वाराणसी
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कोराना वायरस संक्रमित बुजुर्ग की मौत के बाद जिले में हड़कंप मचा है। इसके साथ ही उमरा से लौटी एक महिला भी कोरोना पॉजिटिव मिली है। कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बने चार इलाकों में प्रशासन ने रविवार से कर्फ्यू लगा दिया है। इन इलाकों में लोगों के घरों से निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई गई है।
कोरोना से पहली मौत का मामला रोहनिया के गंगापुर इलाके का है। कोरोना संदिग्ध 55 साल के व्यक्ति को बीएचयू के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान 3 अप्रैल को उसकी मौत हो गई थी। रविवार को उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। पेशे से दुकानदार यह व्यक्ति 15 मार्च को कोलकाता से लौटा था। 22 मार्च को सर्दी-जुकाम होने पर प्राइवेट इलाज कराने के बाद डॉक्टरों ने उसे बीएचयू भेजा था।
उधर, बजरड़ीहा इलाके की रहने वाली उमरा पर गई 42 साल की महिला की रिपोट पॉजिटिव आई है। महिला 15 मार्च को विमान से दिल्ली आने के बाद 16 मार्च को वाराणसी पहुंची थी। तीन दिन पहले तबीयत बिगड़ने के बाद उसे दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बजरड़ीहा में पहले भी कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं।
सख्ती के बावजूद घर से निकल रहे थे लोग
कोरोना से मौत और संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने को देखते हुए रविवार दोपहर शहर के भेलूपुर थाना क्षेत्र के बजरडीहा, दशाश्वमेध के मदनपुरा, रोहनिया के गंगापुर और लोहता में कर्फ्यू लगा दिया गया। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, इन इलाकों को दो दिन पहले सील किए जाने के दौरान भी लोगों के घरों से बाहर निकल जगह-जगह इकठ्ठा होने और जानबूझकर थूकने को देखते हुए कर्फ्यू लगाना पड़ा है। सभी रास्तों को सील करने के साथ पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है। किसी को भी किसी काम से घर से बाहर न निकलने का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। जिन इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है, वहां स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर थर्मल स्कैनिंग कर रही हैं।
कोरोना के संक्रमण से मरने वाले व्यक्ति के परिवार के 10 लोगों के साथ ही उसका इलाज करने वाले प्राइवेट डॉक्टरों के सैंपल जांच लिए गए हैं। मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार चिकित्सकों की टीम की निगरानी में होगा। परिवार के दो लोग ही अंतिम संस्कार में शामिल हो सकेंगे।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कोराना वायरस संक्रमित बुजुर्ग की मौत के बाद जिले में हड़कंप मचा है। इसके साथ ही उमरा से लौटी एक महिला भी कोरोना पॉजिटिव मिली है। कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बने चार इलाकों में प्रशासन ने रविवार से कर्फ्यू लगा दिया है। इन इलाकों में लोगों के घरों से निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई गई है।
कोरोना से पहली मौत का मामला रोहनिया के गंगापुर इलाके का है। कोरोना संदिग्ध 55 साल के व्यक्ति को बीएचयू के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान 3 अप्रैल को उसकी मौत हो गई थी। रविवार को उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। पेशे से दुकानदार यह व्यक्ति 15 मार्च को कोलकाता से लौटा था। 22 मार्च को सर्दी-जुकाम होने पर प्राइवेट इलाज कराने के बाद डॉक्टरों ने उसे बीएचयू भेजा था।
उधर, बजरड़ीहा इलाके की रहने वाली उमरा पर गई 42 साल की महिला की रिपोट पॉजिटिव आई है। महिला 15 मार्च को विमान से दिल्ली आने के बाद 16 मार्च को वाराणसी पहुंची थी। तीन दिन पहले तबीयत बिगड़ने के बाद उसे दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बजरड़ीहा में पहले भी कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं।
सख्ती के बावजूद घर से निकल रहे थे लोग
कोरोना से मौत और संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने को देखते हुए रविवार दोपहर शहर के भेलूपुर थाना क्षेत्र के बजरडीहा, दशाश्वमेध के मदनपुरा, रोहनिया के गंगापुर और लोहता में कर्फ्यू लगा दिया गया। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, इन इलाकों को दो दिन पहले सील किए जाने के दौरान भी लोगों के घरों से बाहर निकल जगह-जगह इकठ्ठा होने और जानबूझकर थूकने को देखते हुए कर्फ्यू लगाना पड़ा है। सभी रास्तों को सील करने के साथ पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है। किसी को भी किसी काम से घर से बाहर न निकलने का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। जिन इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है, वहां स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर थर्मल स्कैनिंग कर रही हैं।
कोरोना के संक्रमण से मरने वाले व्यक्ति के परिवार के 10 लोगों के साथ ही उसका इलाज करने वाले प्राइवेट डॉक्टरों के सैंपल जांच लिए गए हैं। मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार चिकित्सकों की टीम की निगरानी में होगा। परिवार के दो लोग ही अंतिम संस्कार में शामिल हो सकेंगे।