नई दिल्ली.
पिछले वित्त वर्ष यानी 2019-20 में देश में सोने का आयात 14.23% घटकर 28.2 अरब डॉलर का रह गया। 2018-19 में 32.91 अरब डॉलर का सोना आयात हुआ था। सोने का आयात घटने से देश के व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिली है। 2019-20 में व्यापार घाटा 152.88 अरब डॉलर रह गया। 2018-19 में 184 अरब डॉलर था।
सालाना 800-900 टन सोना आयात होता है
सोने के आयात में दिसंबर से गिरावट शुरू हो गई थी। भारत दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड इंपोर्टर है। ज्वेलरी इंडस्ट्री की मांग को देखते हुए देश में ज्यादा सोना आयात होता है। देश में सालाना 800-900 टन सोने का आयात होता है। व्यापार घाटे और चालू खाते घाटे पर सोने के आयात के नकारात्मक असर को देखते हुए सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी 10% से बढ़ाकर 12.5% कर दी थी।
इंडस्ट्री की मांग- सोने पर आयात शुल्क कम हो
इंडस्ट्री के लोगों का कहना है कि सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी ज्यादा होने की वजह से कारोबारी अपना मैन्युफैक्चरिंग बेस पड़ोसी देशों में शिफ्ट कर रहे हैं। जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट्स ने इंपोर्ट ड्यूटी घटाकर 4% करने की मांग की है। 2019-20 में जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट 11% घटकर 35.8 अरब डॉलर रह गया।
जुलाई-सितंबर में चालू खाता घाटा 0.9% था
आरबीआई के मुताबिक पिछले साल जुलाई-सितंबर में चालू खाता घाटा जीडीपी का 0.9% रह गया। 2018 की इसी अवधि में यह जीडीपी का 2.9% था। विदेशी मुद्रा के इनफ्लो और आउटफ्लो का अंतर चालू खाता घाटा होता है।
पिछले वित्त वर्ष यानी 2019-20 में देश में सोने का आयात 14.23% घटकर 28.2 अरब डॉलर का रह गया। 2018-19 में 32.91 अरब डॉलर का सोना आयात हुआ था। सोने का आयात घटने से देश के व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिली है। 2019-20 में व्यापार घाटा 152.88 अरब डॉलर रह गया। 2018-19 में 184 अरब डॉलर था।
सालाना 800-900 टन सोना आयात होता है
सोने के आयात में दिसंबर से गिरावट शुरू हो गई थी। भारत दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड इंपोर्टर है। ज्वेलरी इंडस्ट्री की मांग को देखते हुए देश में ज्यादा सोना आयात होता है। देश में सालाना 800-900 टन सोने का आयात होता है। व्यापार घाटे और चालू खाते घाटे पर सोने के आयात के नकारात्मक असर को देखते हुए सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी 10% से बढ़ाकर 12.5% कर दी थी।
इंडस्ट्री की मांग- सोने पर आयात शुल्क कम हो
इंडस्ट्री के लोगों का कहना है कि सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी ज्यादा होने की वजह से कारोबारी अपना मैन्युफैक्चरिंग बेस पड़ोसी देशों में शिफ्ट कर रहे हैं। जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट्स ने इंपोर्ट ड्यूटी घटाकर 4% करने की मांग की है। 2019-20 में जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट 11% घटकर 35.8 अरब डॉलर रह गया।
जुलाई-सितंबर में चालू खाता घाटा 0.9% था
आरबीआई के मुताबिक पिछले साल जुलाई-सितंबर में चालू खाता घाटा जीडीपी का 0.9% रह गया। 2018 की इसी अवधि में यह जीडीपी का 2.9% था। विदेशी मुद्रा के इनफ्लो और आउटफ्लो का अंतर चालू खाता घाटा होता है।
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