मुंबई
लॉकडाउन के चलते महाराष्ट्र में फंसे लाखों प्रवासी मजदूरों को उनके गृहराज्य पहुंचाने के लिए उद्धव ठाकरे सरकार ऐक्शन में दिख रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार रात केंद्र सरकार से मांग की है कि इन मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएं। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार को लगता है कि 30 अप्रैल के बाद 15 मई तक कोरोना वायरस का प्रभाव बढ़ने वाला है तो महाराष्ट्र में फंसे दूसरे प्रदेशों के मजदूरों को उनके घर भेजने की व्यवस्था की जाए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि राज्य में रह रहे करीब 6 लाख प्रवासी श्रमिकों के रहने और खाने की व्यवस्था की जा रही है। राहत कैंपों में उन्हें मेडिकल सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। ऐसे मुश्किल समय में अपने परिवार और घर से दूर रहना इन मजदूरों के लिए यातना जैसा है। इसलिए केंद्र सरकार को इन्हें घर पहुंचाने पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।
बांद्रा स्टेशन पर जुट गई थी हजारों मजदूरों की भीड़
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ट्रेन चलने की अफवाहों के चलते मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर लॉकडाउन का उल्लंघन कर सड़कों पर आ गए थे। इन मजदूरों का कहना था कि इन्हें यहां खाने पीने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है इसलिए वे अपने गांव जाना चाहते हैं। इसके बाद हरकत में आई महाराष्ट्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए जरूरी इंतजाम किए थे।
लॉकडाउन के चलते महाराष्ट्र में फंसे लाखों प्रवासी मजदूरों को उनके गृहराज्य पहुंचाने के लिए उद्धव ठाकरे सरकार ऐक्शन में दिख रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार रात केंद्र सरकार से मांग की है कि इन मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएं। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार को लगता है कि 30 अप्रैल के बाद 15 मई तक कोरोना वायरस का प्रभाव बढ़ने वाला है तो महाराष्ट्र में फंसे दूसरे प्रदेशों के मजदूरों को उनके घर भेजने की व्यवस्था की जाए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि राज्य में रह रहे करीब 6 लाख प्रवासी श्रमिकों के रहने और खाने की व्यवस्था की जा रही है। राहत कैंपों में उन्हें मेडिकल सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। ऐसे मुश्किल समय में अपने परिवार और घर से दूर रहना इन मजदूरों के लिए यातना जैसा है। इसलिए केंद्र सरकार को इन्हें घर पहुंचाने पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।
बांद्रा स्टेशन पर जुट गई थी हजारों मजदूरों की भीड़
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ट्रेन चलने की अफवाहों के चलते मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर लॉकडाउन का उल्लंघन कर सड़कों पर आ गए थे। इन मजदूरों का कहना था कि इन्हें यहां खाने पीने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है इसलिए वे अपने गांव जाना चाहते हैं। इसके बाद हरकत में आई महाराष्ट्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए जरूरी इंतजाम किए थे।