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एंजाइना क्या है? जानिए इसके लक्षण और इलाज के बारे में

सीने में दर्द को एंजाइना कहते हैं जो कि ह्रदय में पर्याप्‍त खून न पहुंच पाने के कारण होता है। ये हार्ट अटैक के साथ सीने पर दबाव की तरह महसूस हो सकता है। एंजाइना को एंजाइना पेक्‍टोरिस या इस्‍केमिक चेस्‍ट पेन भी कहा जाता है।
ये हृदय रोग का लक्षण होता है। जब धमनियों में अवरोध उत्‍पन्‍न होता है या ऑक्‍सीजन युक्‍त खून को हृदय तक पहुंचाने वाली धमनियों में पर्याप्‍त रक्‍त प्रवाह नहीं होता है, तब यह समस्‍या उत्‍पन्‍न होती है।

आमतौर पर एंजाइना जल्‍दी ठीक हो जाता है लेकिन फिर भी यह जानलेवा हृदय समस्‍या का संकेत हो सकता है। दवा और जीवनशैली में बदलाव से एंजाइना को कंट्रोल किया जा सकता है। यदि स्थिति गंभीर हो तो सर्जरी की जरूरत भी पड़ सकती है या धमनियों को खोलने के लिए उनमें स्‍टेंट भी डालना पड़ सकता है।

एंजाइना के लक्षण
एंजाइना के लक्षणों में सीने में दर्द और असहज महसूस होना शमिल है। इसमें सीने में दबाव, जलन या भारीपन जैसा महसूस होता है। व्‍यक्‍ति को बांह, गर्दन, कंधे या पीठ में भी दर्द हो सकता है।

एंजाइना के अन्‍य लक्षण इस प्रकार हैं :
1- चक्‍कर आना
2- थकान
3- जी मतली
4- सांस लेने में दिक्‍कत
5- पसीना आना

पुरुष और महिलाओं पर प्रभाव 
पुरुषों को अक्‍सर सीने, गर्दन और कंधों में दर्द महसूस होता है जबकि महिलाओं को पेट, गर्दन, गले या पीठ में दर्द हो सकता है। आपको सांस लेने में दिक्‍कत, पसीना आने या चक्‍कर आने की शिकायत भी हो सकती है।

एंजाइना के कारण

आमतौर पर एंजाइना हार्ट डिजीज के कारण होता है। जब धमनियों में एक फैटी तत्‍व प्‍लाक जमने लगता है और हृदय की मांसपेशी तक रक्‍त के प्रवाह को अवरोध कर देता है, तब यह समस्‍या होती है। इससे ह्रदय पर कम ऑक्‍सीजन के साथ काम करने का दबाव पड़ता है।
इस वजह से दर्द होता है। हृदय की धमनियों में खून के थक्‍के भी बन सकते हैं जिसकी वजह से हार्ट अटैक आ सकता है।


इसके अलावा कभी-कभी निम्‍न कारणों से भी सीने में दर्द उठ सकता है :
1- फेफड़ों की प्रमुख धमनी में रुकावट (पल्‍मोनरी एम्‍बोलिज्‍म)
2- हृदयका बढ़ा हुआ आकार (हाइपरट्रोफिक कार्डियोमायोपैथी)
3- हृदयके प्रमुख हिस्‍से की वॉल्‍व में संकुचन
4- हृदयके आसपास की थैली में सूजन
5- एंजाइना के जोखिम कारक



ऐसे कुछ कारक हैं जो व्‍यक्‍ति को एंजाइना का शिकार बना सकते हैं, जैसे कि :
1- बढ़ती उम्र
2- परिवार में किसी व्‍यक्‍ति को ह्रदय रोग
3- हाई कोलेस्‍ट्रोल
4- डायबिटीज
5- मोटापा
6- तनाव
7- तंबाकू का सेवन
8- पर्याप्‍त व्‍यायाम की कमी


एंजाइना का इलाज
एंजाइना के इलाज में दर्द को कम करने, लक्षणों को रोकने और हार्ट अटैक के खतरे को कम करने या रोकने पर काम किया जाता है। इसके लिए दवाओं, जीवनशैली में बदलाव और म‍ेडिकल सहायता ली जा सकती है।
एंजाइना के इलाज में जीवनशैली में बदलाव लाने के लिए धूम्रपान छोड़ना, वजन कंट्रोल करना, नियमित कोलेस्‍ट्रोल लेवल चेक करवाना, एक बार में ज्‍यादा खाना न खाना, तनाव से दूर रहना और फल, सब्जियों, साबुत अनाज, लो फैट या नो फैट डेयरी प्रोडक्‍ट का सेवन करना शामिल है।

एंजाइना के लिए अक्‍सर नाइट्रेट जैसे कि निट्रोग्‍लिसरीन की सलाह दी जाती है। नाइट्रेट रक्‍त वाहिकाओं को चौड़ा कर या उन्‍हें आराम देकर एजाइना अटैक की गंभीरता को कम करती हैं या उसे रोक देती हैं।
इसके लिए बीटा ब्‍लॉकर्स, कैल्शियम चैनल ब्‍लॉकर्स आदि दवाएं भी दी जा सकती हैं। वहीं कुछ मामलों में एंजाइना के इलाज के लिए सर्जरी भी करनी पड़ सकती है। इसमें एंजियोप्‍लास्‍टी की सलाह दी जा सकती है। कोरोनरी आर्टरी बाईपास भी अन्‍य सर्जिकल प्रक्रिया है। बेहतर होगा कि आप एंजाइना जैसी गंभीर स्थि‍ति से बचने के लिए पहले ही जीवनशैली में उचित और स्‍वस्‍थ बदलाव कर लें।
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