नई दिल्ली
कोरोना वायरस के इस दौर में विश्व बैंक ने भारत के लिए 1 अरब डॉलर यानी करीब 7500 करोड़ रुपये का सोशल प्रोटेक्शन पैकेज देने की घोषणा की है। यह भारत सरकार के कार्यक्रमों से जुड़ा हुआ है। बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से काफी समय से देश में लॉकडाउन है, जिससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ऐसे में विश्व बैंक की तरफ से यह मदद दी गई है।
मोदी सरकार ने की है महापैकेज की घोषणा
कोरोना वायरस से अस्त-व्यवस्त हुई जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए ही भारत सरकार ने 20 लाख करोड़ के महापैकेज की घोषणा की है। इसके तहत कंपनियों से लेकर नौकरीपेशा, किसान, मजदूर सबका ध्यान रखा गया है। हर रोज शाम 4 बजे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इससे जुड़ी घोषणाएं करती हैं।
भारत में 78 हजार से अधिक लोग संक्रमितभारत में अब तक कोरोना वायरस के मामले 78 हजार का आंकड़ा भी पार कर चुके हैं और ढाई हजार से भी अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में लॉकडाउन से लेकर टेस्टिंग और सोशल डिस्टेंसिंग तक तमाम उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन कोरोना वायरस का संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
कोरोना वायरस के इस दौर में विश्व बैंक ने भारत के लिए 1 अरब डॉलर यानी करीब 7500 करोड़ रुपये का सोशल प्रोटेक्शन पैकेज देने की घोषणा की है। यह भारत सरकार के कार्यक्रमों से जुड़ा हुआ है। बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से काफी समय से देश में लॉकडाउन है, जिससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ऐसे में विश्व बैंक की तरफ से यह मदद दी गई है।
मोदी सरकार ने की है महापैकेज की घोषणा
कोरोना वायरस से अस्त-व्यवस्त हुई जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए ही भारत सरकार ने 20 लाख करोड़ के महापैकेज की घोषणा की है। इसके तहत कंपनियों से लेकर नौकरीपेशा, किसान, मजदूर सबका ध्यान रखा गया है। हर रोज शाम 4 बजे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इससे जुड़ी घोषणाएं करती हैं।
भारत में 78 हजार से अधिक लोग संक्रमितभारत में अब तक कोरोना वायरस के मामले 78 हजार का आंकड़ा भी पार कर चुके हैं और ढाई हजार से भी अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में लॉकडाउन से लेकर टेस्टिंग और सोशल डिस्टेंसिंग तक तमाम उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन कोरोना वायरस का संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है।