संजय सक्सेना
बिजनौर
लॉक डाउन के चलते इलाहाबाद के कई छात्र बिजनौर में फंसे हुए हैं। राजकीय पालीटेक्निक के ये छात्र कलक्ट्रेट के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। कोरोना महामारी के चलते देश मे 25 अप्रैल से जारी लॉक डाउन का तीसरा चरण 17 मई को पूरा होगा। केंद्र व प्रदेश सरकारों द्वारा प्रवासी मजदूरों, छात्रों को दूसरे प्रदेशों से लाने का सिलसिला जारी है।
ऐसे में बिजनौर के पॉलिटेक्निक में पढ़ रहे कई छात्र यहां फंस गए हैं। छात्रों का आरोप है कि वह लगातार 25 दिनों से कलक्ट्रेट के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन प्रशासन ध्यान देने को तैयार ही नहीं है। पॉलिटेक्निक के ऐसे छात्रों की संख्या 15 से 20 है, जो इलाहाबाद के रहने वाले हैं। जिला प्रशासन ने उनके गृह जनपद भेजने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है। छात्रों का आरोप है कि उनके पास खाने से लेकर रहने तक की समस्या हो गई है। उन्होने जिला प्रशासन से उनकी समस्या के निदान की मांग की है।
बिजनौर
लॉक डाउन के चलते इलाहाबाद के कई छात्र बिजनौर में फंसे हुए हैं। राजकीय पालीटेक्निक के ये छात्र कलक्ट्रेट के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। कोरोना महामारी के चलते देश मे 25 अप्रैल से जारी लॉक डाउन का तीसरा चरण 17 मई को पूरा होगा। केंद्र व प्रदेश सरकारों द्वारा प्रवासी मजदूरों, छात्रों को दूसरे प्रदेशों से लाने का सिलसिला जारी है।
ऐसे में बिजनौर के पॉलिटेक्निक में पढ़ रहे कई छात्र यहां फंस गए हैं। छात्रों का आरोप है कि वह लगातार 25 दिनों से कलक्ट्रेट के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन प्रशासन ध्यान देने को तैयार ही नहीं है। पॉलिटेक्निक के ऐसे छात्रों की संख्या 15 से 20 है, जो इलाहाबाद के रहने वाले हैं। जिला प्रशासन ने उनके गृह जनपद भेजने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है। छात्रों का आरोप है कि उनके पास खाने से लेकर रहने तक की समस्या हो गई है। उन्होने जिला प्रशासन से उनकी समस्या के निदान की मांग की है।