अलीगढ़
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जनपद में नागरिकता कानून के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में बीते साल 15 दिसंबर की रात जमकर बवाल हुआ था। पुलिस ने छात्रों को रोकने का प्रयास किया तो उन पर पथराव किया था। इस मामले में वांछित चल रहे छात्रनेता फरहान जुबेरी को घटना के साढ़े पांच माह बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। उस पर 12 मुकदमे कायम हैं। जिनमें से एक मामले में फाइनल रिपोर्ट, चार में जार्चशीट व सात की जांच चल रही है। फरहान मास्टर ऑफ सोशल वर्क का छात्र है। वह बदायूं का रहने वाला है। उसे जेल भेज दिया गया है।

बीते साल 15 दिसंबर की रात जामिया यूनिवर्सिटी में बवाल व लाठीचार्ज के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सीएए के विरोध में हिंसा भड़की थी। इस दौरान पुलिस के ऊपर हमला, एसपी सिटी की गाड़ी में तोड़फोड़ आदि घटनाएं हुई थीं। पुलिस ने इस घटना का वीडियो भी वायरल किया था। ऐसे कई मामलों में पुलिस ने करीब 1100 छात्रों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे। उनमें से एक फरहान जुबेरी की पुलिस को काफी समय से तलाश थी। फरहान जुबेरी के ऊपर सिविल लाइन में ही 12 मुकदमे दर्ज किए गए।
फरहान जुबेरी जनपद बदायूं के इस्लामनगर थाना क्षेत्र का रहने वाला है और यहां अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ सोशल वर्क कर रहा है। एएमयू में पिछले दिनों कोई भी आंदोलन होता तो फरहान बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेता। नारेबाजी हो या भाषण बाजी सब में फरहान के कई वीडियो गवाह है कि वह छात्र राजनीति में कितना एक्टिव था।
अलीगढ़ के एसपी सिटी अभिषेक ने बताया कि थाना सिविल लाइन पुलिस द्वारा फरहान जुबेरी की गिरफ्तारी की गई है। वह कई अभियोगों में वांछित चल रहा था। 15 दिसंबर को जो एएमयू में कानून व्यवस्था संबंधी घटना हुई थी, उसमें तथा अन्य अभियोगों में उसकी गिरफ्तारी की गई है।
No comments
Post a Comment