प्रांजुल त्रिवेदी- इंडेविन न्यूज नेटवर्क
लखीमपुर खीरी
- राजकीय मेडिकल कालेज के निर्माण कार्य की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति मिलने के साथ ही प्रथम किस्त की धनराशि हुई अवमुक्त
केन्द्र सहायतित योजना ‘‘इस्टैबलिशमेंट ऑफ न्यू मेडिकल मेडिकल काॅलेजेज अटैच्ड विद एक्जिस्टिंग डिस्ट्रिक्ट/रेफरल हास्पिटल’’ (फेज-3) के अन्र्तगत जनपद लखीमपुर-खीरी के जिला चिकित्सालय को उच्चीकृत कर राजकीय मेडिकल कालेज, लखीमपुर खीरी बनाए जाने का निर्णय लिया गया। इस योजना का फण्डिंग पैटर्न 60ः40 है। अर्थात कुल व्यय का 60 प्रतिशत केन्द्रांश तथा 40 प्रतिशत राज्यांश होगा। उक्त आशय की जानकारी जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने दी।
डीएम ने बताया कि राजकीय मेडिकल कालेज, लखीमपुर-खीरी के निर्माण हेतु व्यय वित्त समिति की बैठक में अनुमोदित लागत रू0 233.1377 करोड़ (रू0 दो अरब तैतीस करोड़ तेरह लाख सतहत्तर हजार मात्र) की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति तथा इसके सापेक्ष रू0 20.00 करोड़ ( रू0 बीस करोड़ मात्र ) की धनराशि निर्धारित फण्ड अवमुक्त किये जाने पर राज्यपाल महोदय ने सहर्ष स्वीकृति प्रदान किया है।
उन्होनें बताया कि राजकीय मेडिकल कालेज का निर्माण कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग के माध्यम से कराया जायेगा। डीएम ने बताया कि अभी तक जिले के लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए लखनऊ एवं दिल्ली जाना पड़ता था, जिससे उन्हंे आर्थिक रूप से भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था, अब राजकीय मेडिकल कालेज के निर्माण से न केवल लखीमपुर-खीरी बल्कि आसपास के अन्य जनपदों को भी गुणवत्तापरक उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ स्थानीय स्तर पर ही प्राप्त हो सकेगा तथा उन्हें जनपद से दूर भी नही जाना पड़ेगा।
जनपद के विस्तृत क्षेत्रफल को देखते हुए यह अपने आपमें जनपद के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है तथा शासन द्वारा जिले को दी गई सौगात है। इससे राजधानी के चिकित्सालयों पर दबाव भी कम होगा तथा जनपद के विकास में भी यह मील का पत्थर साबित होगा। उन्होनें बताया कि राजकीय मेडिकल कालेज लखीमपुर खीरी की तहसील लखीमपुर के देवकली में होगा। जिसके लिए पूर्व में ही 16 एकड़ जमीन आवंटित की जा चुकी है।
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