संजय सक्सेना
बिजनौर।
जिला मुख्यालय के NT कोटेदारों के एन्टी हो गए हैं। वह रिश्वत मांगते हैं, और न देने पर फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी देते हैं! इस आशय की शिकायत जिलाधिकारी से की गई है। कार्रवाई न होने पर आदर्श कोटेदार एवं उपभोक्ता वेलफेयर एसोसिएशन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी है।
आदर्श कोटेदार एवं उपभोक्ता वेलफेयर एसोसिएशन की अगुवाई में कोटेदारों ने जिलाधिकारी को पत्र सौंपा। कोटेदारों ने पत्र में कहा कि 20 मई को ग्राम पंचायत उमरी पीर में कुछ लोगों ने गेहूं व चावल खरीद कर निजी वाहन में भर रखा था। वाहन हीमपुर दीपा पुलिस ने कब्जे में लेकर उक्त राशन को ब्लैक में बेचे जाने के संदेह में राशन डीलर मोहम्मद अरशद को भी पकड़ लिया। मामले में उप जिलाधिकारी बिजनौर के आदेश पर 21 मई को पूर्ति निरीक्षक व नायब तहसीलदार द्वारा अलग-अलग जांच कराई गई। बताया गया है कि राशन डीलर को निर्दोष पाया गया तथा उसे उप जिलाधिकारी की संस्तुति पर थाने से छोड़ दिया गया।
आरोप है कि नायब तहसीलदार 30 मई को पुनः जांच के लिये गांव पहुंच गए! उन्होंने ₹ दस हजार का सुविधा शुल्क वसूला और अब ₹ एक लाख की मांग कर रहे हैं। रकम न देने पर राशन डीलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की धमकी भी दे रहे हैं। कोटेदारों का कहना है कि यदि इसी प्रकार राशन डीलरों का उत्पीड़न होता रहा तो आदर्श कोटेदार एवं उपभोक्ता वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले सभी डीलर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाएंगे। उन्होंने 15 जून तक कार्रवाई न होने पर अपनी मशीनें जमा करने की भी चेतावनी दी। इस पर जिलाधिकारी ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष लोकेश कुमार अहलावत के साथ शिकायत करने वालों में जिला उपाध्यक्ष धर्मपाल सिंह, कोषाध्यक्ष नरेंद्र कुमार, धनीराम, मोहम्मद अरशद, जसराम सिंह, संदीप कुमार, करण सिंह, राकेश कुमार, चरण सिंह, सलीम, महेश, सुरेश, विपिन, नीरज, सुनील, ब्रजवीर आदि अनेक कोटेदार शामिल थे।
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