संजय सक्सेना
लखनऊ।
भाजपा जिलाध्यक्ष पकड़ रहे मौरम के ओवरलोड ट्रक..तो आखिर कर क्या रहा है विभाग और पुलिस
अवैध खनन को लेकर सख्त हुए उरई जालौन के भाजपा जिलाध्यक्ष ने सोमवार रात कोतवाली पुलिस के साथ ओवरलोड मौरम लेकर निकल रहे ट्रकों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान आधा दर्जन ओवरलोड ट्रकों को पकड़ कर कोतवाली में खड़ा भी कराया गया।
जनपद जालौन में मौरम (बालू) मुनाफे का धंधा बन गया है। ओवरलोड ट्रक व डंपर मौरम भंडारण के लिए पहुंचा रहे हैं। बरसात के दिनों में नदियों से बालू का खनन बंद करा दिया जाता हैं। ऐसे में डंप की गई बालू को ही मंहगे दामों में बेचकर जमकर मुनाफा कमाया जाता है। इस समय बिल्डिंग मैटेरियल का काम करने वाले व्यापारी बालू को डंप करने में लगे हैं। नगर से होकर प्रतिदिन सैंकड़ों की संख्या में मौरम से लदे हुए ओवरलोड ट्रक व डंपर निकलते हैं। समय समय पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई की खानापूरी भी की जाती है।
बताया जाता है कि ओवरलोड ट्रकों के मामले का संज्ञान लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह सेंगर (बनाजी) ने सोमवार की रात कोतवाली प्रभारी रमेशचंद्र मिश्र के साथ कोतवाली के सामने ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान आधा दर्जन ओवरलोड ट्रकों को पकड़ कर कोतवाली में खड़ा कराया गया। वहीं, भाजपा जिलाध्यक्ष के साथ कोतवाली पुलिस द्वारा ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की सूचना ट्रक के संचालकों को लगी तो हड़कंप मच गया। जो ट्रक जहां था वहीं खड़ा करा दिया गया। इसके चलते मात्र आधा दर्जन ट्रक ही पकड़ में आ सके।
इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष बना ने कहा कि जनपद में गैर कानूनी कोई भी कार्य नहीं होने दिया जाएगा। वह स्वयं संज्ञान लेकर कार्रवाई कराएंगे। केंद्र व प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी छवि पर कोई आंच नहीं आने दी जाएगी।
विभाग व पुलिस की भूमिका संदिग्ध
मौरम की ओवर लोडिंग हो रही है, अवैध भंडारण हो रहा है। सब कुछ सरेआम, लेकिन संबंधित विभाग, पुलिस आदि सब अनजान हैं, या बने हुए हैं! किसी की भी समझ से परे नहीं है। पुराने घाघ इस धंधे में संलिप्त हैं। सत्ता किसी की हो, सब आपस में भाईचारा निभाने में पीछे नहीं रहते। पुलिस, प्रशासन इस पर रोक क्यों नहीं लगा पाता, इसके पीछे भी यही कारण बताया जाता है।
भला मलाई किसे नहीं पसंद
सूत्रों का कहना है कि मलाई सभी की पसंदीदा चीज है। यही कारण है कि करोड़ों के अवैध खनन, ट्रांसपोर्टेशन के पीछे यही कारक काम कर रहे हैं। बीजेपी जिलाध्यक्ष खुद खड़े होकर वाहन पकड़वाने में जुट गए। सत्ताधारी पार्टी के होने के बावजूद डीएम-एसपी से क्यों नहीं कह सके, यह भी शोध का विषय है। सीधी बात, पुलिस प्रशासन सत्ता दल को भी ठेंगे पर ही रखता है। वैसे जिलाध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह उर्फ कांग्रेस सिंह के बेहद कृपापात्र की सूची में नंबर वन माने जाते हैं। इसके बावजूद अधिकारी उनकी न सुनें, यह बात किसी को भी हजम नहीं होगी। वह पार्टी की छवि सही कर रहे हैं, या खराब?
लखनऊ।
भाजपा जिलाध्यक्ष पकड़ रहे मौरम के ओवरलोड ट्रक..तो आखिर कर क्या रहा है विभाग और पुलिस
अवैध खनन को लेकर सख्त हुए उरई जालौन के भाजपा जिलाध्यक्ष ने सोमवार रात कोतवाली पुलिस के साथ ओवरलोड मौरम लेकर निकल रहे ट्रकों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान आधा दर्जन ओवरलोड ट्रकों को पकड़ कर कोतवाली में खड़ा भी कराया गया।
जनपद जालौन में मौरम (बालू) मुनाफे का धंधा बन गया है। ओवरलोड ट्रक व डंपर मौरम भंडारण के लिए पहुंचा रहे हैं। बरसात के दिनों में नदियों से बालू का खनन बंद करा दिया जाता हैं। ऐसे में डंप की गई बालू को ही मंहगे दामों में बेचकर जमकर मुनाफा कमाया जाता है। इस समय बिल्डिंग मैटेरियल का काम करने वाले व्यापारी बालू को डंप करने में लगे हैं। नगर से होकर प्रतिदिन सैंकड़ों की संख्या में मौरम से लदे हुए ओवरलोड ट्रक व डंपर निकलते हैं। समय समय पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई की खानापूरी भी की जाती है।
बताया जाता है कि ओवरलोड ट्रकों के मामले का संज्ञान लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह सेंगर (बनाजी) ने सोमवार की रात कोतवाली प्रभारी रमेशचंद्र मिश्र के साथ कोतवाली के सामने ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान आधा दर्जन ओवरलोड ट्रकों को पकड़ कर कोतवाली में खड़ा कराया गया। वहीं, भाजपा जिलाध्यक्ष के साथ कोतवाली पुलिस द्वारा ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की सूचना ट्रक के संचालकों को लगी तो हड़कंप मच गया। जो ट्रक जहां था वहीं खड़ा करा दिया गया। इसके चलते मात्र आधा दर्जन ट्रक ही पकड़ में आ सके।
इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष बना ने कहा कि जनपद में गैर कानूनी कोई भी कार्य नहीं होने दिया जाएगा। वह स्वयं संज्ञान लेकर कार्रवाई कराएंगे। केंद्र व प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी छवि पर कोई आंच नहीं आने दी जाएगी।
विभाग व पुलिस की भूमिका संदिग्ध
मौरम की ओवर लोडिंग हो रही है, अवैध भंडारण हो रहा है। सब कुछ सरेआम, लेकिन संबंधित विभाग, पुलिस आदि सब अनजान हैं, या बने हुए हैं! किसी की भी समझ से परे नहीं है। पुराने घाघ इस धंधे में संलिप्त हैं। सत्ता किसी की हो, सब आपस में भाईचारा निभाने में पीछे नहीं रहते। पुलिस, प्रशासन इस पर रोक क्यों नहीं लगा पाता, इसके पीछे भी यही कारण बताया जाता है।
भला मलाई किसे नहीं पसंद
सूत्रों का कहना है कि मलाई सभी की पसंदीदा चीज है। यही कारण है कि करोड़ों के अवैध खनन, ट्रांसपोर्टेशन के पीछे यही कारक काम कर रहे हैं। बीजेपी जिलाध्यक्ष खुद खड़े होकर वाहन पकड़वाने में जुट गए। सत्ताधारी पार्टी के होने के बावजूद डीएम-एसपी से क्यों नहीं कह सके, यह भी शोध का विषय है। सीधी बात, पुलिस प्रशासन सत्ता दल को भी ठेंगे पर ही रखता है। वैसे जिलाध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह उर्फ कांग्रेस सिंह के बेहद कृपापात्र की सूची में नंबर वन माने जाते हैं। इसके बावजूद अधिकारी उनकी न सुनें, यह बात किसी को भी हजम नहीं होगी। वह पार्टी की छवि सही कर रहे हैं, या खराब?
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