लेखक- अतुल पाठक
जनपद हाथरस(उ.प्र.)
आषाढ़ है बीता आया सावन,
हरियाली संग लाया सावन,
नारी को खूब लुभाया सावन,
प्रेमरूपी सागर में नहाया सावन,
हिना की खुशबू से महकाया सावन,
झूलों का मौसम लाया सावन,
भाई-बहन का पावन पर्व लाए सावन,
हरियाली तीज कजली नाग पञ्चमी मनाए सावन,
नवयौवन स्वप्न का संसार है सावन,
नई उमंगों एहसासों का पारावार है सावन,
सखियाँ संग धूम मचाए सावन,
हरे रंग में रंग जाए सावन,
भोले की भक्ति में मन को रमाए सावन,
आस्था की शक्ति दिलाए सावन।।