सीमा तोमर (ग़ाज़ियाबाद)
आकर खो जा मेरी आगोश में फिर से एक कहानी लिख दें
हो जा कुर्बान इस तरह मुझ पर कि वक़्त एक नई जिंदगानी लिख दें........
कट रही है जिंदगी यू तेरी यादों के तोहफे में
फिर भी एक खूबसूरत सी निशानी लिख दें
आकर खो जा मेरी आगोश..........
वक़्त कर देता है धुंदला हर उम्र को
फिर भी तू गर कहे तो धुंदले वक़्त पर जवानी लिख दें
आकर खो जा मेरी आगोश में फिर से एक कहानी लिख दे.....
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