लखनऊ।
वन माफियाओं के हौसले बुलंदियों पर है। फल पट्टी क्षेत्र में जहां वन कर्मियों की मिलीभगत से वन लकड़ी माफियां धड़ल्ले से अवैध पेड़ो को काट कर मालामाल हो रहे हैं। वही फल पट्टी क्षेत्र से बेशकीमती हरे भरे वृक्ष गायब हो जा रहें है और हरे भरे घने बागों को अब विरान नजर आ रहा है।
ताजा मामला कोतवाली काकोरी क्षेत्र के गांव खालिसपुर का है जहां सूत्र बताते है वनों की सुरक्षा के लिए तैनात वन कर्मी के रिश्तेदारों के द्वारा धड़ल्ले से अवैध कटान कराया जा रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक बीते दो दिन से खालिसपुर सहित अन्य कई गांव में हरे भरे पेड़ काटे जा रहे है। जिसकी शिकायत गांव के लोगों ने वन विभाग से की लेकिन,कोई कार्रवाई नहीं हुई ।
स्थानीय पत्रकार द्वारा जब मामले की जानकारी की तब वन दरोगा ने 3 पेड़ों का कटान कराने के आरोप में जुर्माना करके मामले को रफा दफा कर दिया ।
पत्रकार द्वारा जानकारी करने पर भड़के वन दरोगा
वहीं जब पत्रकार ने वन दरोगा से 10-12 पेड़ काटे जाने की बात कही तब वन दरोगा भड़क उठे और मौके पर आकर पेड़ गिनाने की बात कही।और पत्रकार का नाम लकड़ी माफिया को भी बता दिया।
अपने गृह जनपद की अपनी ही मूल तहसील में तैनात है वन दरोगा
जानकारी के मुताबिक वन दरोगा अपने गृह जनपद की उसी तहसील में तैनात है जहां का वह मूल निवासी है। मूल निवास में तैनाती के कारण अपने रिश्तेदारों से मिलकर अवैध कटान की चर्चा जोरों पर हैं ।
रसूख के दम पर अपने गृह तहसील में पायी हैं तैनाती
अवैध वन कटान को लेकर के पर्यावरण प्रेमियों ने गहरी चिंता जताई है। पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि दरोगा ने अपनी ऊंची पकड़ के चलते अपने गृह तहसील में तैनाती पा ली है । सूत्रों की माने तो काकोरी क्षेत्र में उसके रिश्तेदार के हौसले बुलंद हैं।और वह जमकर अवैध कटान करा रहा है।
लखनऊ रेंजर ने निरीक्षण कर की बड़ी कार्रवाई-
मामले की जानकारी जब क्षेत्र के रेंजर एस के शर्मा तक पहुंची तो मौके पर आकर उन्होंने स्थानीय निरीक्षण किया जिसमें 10 पेड़ों के कटान की पुष्टि हुई है। अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाने वाले और पर्यावरण के प्रति समर्पित रेंजर एस के शर्मा ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है ।
उन्होंने बताया कि खेत मालिक और लकड़ी ठेकेदार कल्लू और टेनी का नाम सामने आया है जिन पर उचित जुर्माना कर कार्रवाई की जा रही है।वहीं सूत्रों की मानें तो वन दरोगा अमित सिंह पर मामले में लापरवाही दिखाने का आरोप सही पाया गया है।अमित सिंह ने अपने रिश्तेदार को बचाते हुये मात्र 3 पेड़ काटे जाने का मामला दिखा कर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया था। जबकि पर्यावरण को बचाने के लिए प्रदेश सरकार वन महोत्सव के अन्तर्गत पौधारोपण अभियान बड़े पैमाने पर चलाया जा रहा है। हर साल पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक भी किया जाता है। इसके बावजूद वन विभाग के अधिकारी इस अभियान को ठेंगा दिखाने पर आमादा हैं।
No comments
Post a Comment