नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर मेगा वर्चुअल शिखर सम्मेलन RAISE 2020 का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, ''मैं एग्रीकल्चर, हेल्थ केयर, एजुकेशन के साथ-साथ नेक्स्ट जनरेशन के अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर के डेवलपमेंट और ट्रैफिक जाम, सीवेज सिस्टम जैसी समस्याओं को सही करने में एआई को बड़ी भूमिका के रूप में देखता हूं। इसका उपयोग हमारे डिजास्टर मैनेजमेंट सिस्टम को और अधिक मजबूत करने के लिए किया जा सकता है।''
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस के साथ मनुष्य का टीम वर्क इस प्लेनेट के लिए काफी कुछ कर सकता है। हम चाहते हैं कि भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हब बने। कई भारतीय अभी इस पर काम कर रहे हैं, मुझे उम्मीद है कि आने वाले वक्त में और भी लोग इससे जुड़ेंगे।हमने 'रिस्पांसिबल आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस फॉर यूथ' इसी साल अप्रैल में लॉन्च किया है। इसके तहत स्कूलों के 11,000 छात्रों ने बेसिक कोर्स पूरा किया। अब वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े प्रोजेक्ट तैयार कर रहे हैं।भारत में हाल ही में नई एजुकेशन पॉलिसी आई है। इसमें टेक्नॉलॉजी बेस्ट लर्निंग और स्किल तैयार करने पर फोकस है। कई क्षेत्रीय भाषाओं और बोलियों में ई-कोर्स तैयार किए जा रहे हैं।यह कार्यक्रम आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस पर चर्चा के लिए अच्छा प्रयास है। आप लोगों ने अच्छी तरह से टेक्नोलॉजी और ह्यूमन को मजबूत करने के लिए बेहतरीन सुझाव दिए हैं।
इंटेलीजेंट डाटा ही डिजिटल पूंजी
इस शिखर सम्मेलन को रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने भी संबोधित किया। अंबानी ने कहा कि एआई के जरिए भारत का सुनहरा भविष्य तैयार हो रहा है। एआई ने कोविड -19 महामारी से उत्पन्न कठिनाइयों पर काबू पाने की उम्मीद जगाई है। भारत के कोने-कोने में 5 जी के साथ भारत अपने नेतृत्व की स्थिति को बनाए रखेगा। देश के सबसे दूर के कोने पर इंटरनेट का प्रसार किया जा रहा है।
9 अक्टूबर तक चलेगा सम्मेलन
यह वर्चुअल शिखर सम्मेलन 5-9 अक्टूबर, 2020 तक होगा। सरकार द्वारा 'रिस्पांसिबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फॉर सोशल एंपावरमेंट' या RAISE 2020 का आयोजन उद्योग और शिक्षा के साथ साझेदारी में किया गया है। इसका लक्ष्य स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि क्षेत्रों में परिवर्तन करना होगा।
समिट में रिसर्च, पॉलिसी एंड इनोवेशन और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़े दुनियाभर के एक्सपर्ट और डेलीगेट्स हिस्सा ले रहे हैं। इसमें महामारी की तैयारियों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का फायदा उठाने जैसे क्रॉस सेक्टर विषयों पर बात की जाएगी।