हाथरस
हाथरस गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी से पुलिस ने बदतमीजी की और एक पुलिसवाले ने उनका कुर्ता खींचा। हाथरस में प्रियंका और राहुल शनिवार शाम को पहुंचे। यहां करीब 50 मिनट तक बंद कमरे में पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
इस मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि हम इस परिवार के साथ खड़े हैं। यूपी सरकार इस परिवार को सुरक्षा देने में फेल हो गई। यह सरकार की जिम्मेदारी थी। प्रियंका ने कहा कि जब तक इस परिवार को न्याय नहीं मिलता, हमें ना वो (यूपी सरकार) रोक सकते हैं और ना हम रुकेंगे।
इस बीच योगी सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं।
राहुल-प्रियंका को दिल्ली-नोएडा फ्लाइ वे पर रोका गया था
राहुल-प्रियंका के साथ कांग्रेस के 35 सांसद जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें दिल्ली-नोएडा फ्लाइ वे (नोएडा बॉर्डर) पर रोक दिया। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। बातचीत के बाद पुलिस ने राहुल और प्रियंका को जाने की इजाजत दे दी। इसके बावजूद कांग्रेस समर्थक हंगामा करते रहे, तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
हाथरस के लिए रवाना होने से पहले राहुल ने ट्वीट किया था, 'दुनिया की कोई ताकत मुझे पीड़ित परिवार से मिलने से नहीं रोक सकती।' प्रियंका ने कहा था कि अगर इस बार भी नहीं जाने दिया तो हम फिर कोशिश करेंगे।
इससे पहले गुरुवार को राहुल और प्रियंका को हाथरस जाते वक्त ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर रोक दिया गया था। दोनों को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनसे कहा कि आपने धारा 188 का वॉयलेशन किया है। पुलिस ने राहुल की कॉलर भी पकड़ी थी। धक्कामुक्की में वे नीचे गिर गए, और हाथ में चोट लग गई। राहुल और प्रियंका को 4 घंटे हिरासत में रखने के बाद छोड़ा गया।
राहुल ने दो ट्वीट किए
पीड़ित के गांव के बाहर पुलिस का पहरा
हाथरस जिले में धारा 144 लागू है, सीमाएं सील हैं। सरकार ने हाथरस की घटना से जुड़े थाने के पुलिसकर्मियों और आरोपियों के साथ ही पीड़ित परिवार के लोगों का भी नार्को टेस्ट कराने का फैसला किया है।
प्रियंका ने कहा- पीड़ित परिवार को कैद कर धमकियां दी जा रहीं