अतुल पाठक "धैर्य"
जनपद हाथरस(उत्तर प्रदेश)
शेर पर सवार तू माँ,
रंगों की फुहार तू माँ।
खुशियाँ देती अपार तू माँ,
रिश्तों में भरती प्यार तू माँ।
भक्तन पर कृपा करती दया का संसार तू माँ,
पुष्पों की बहार तू माँ।
सुहागन का श्रृंगार तू माँ,
अनन्त प्रेम की धार तू माँ।
दुष्टन का करती संहार तू माँ,
आदि शक्ति अंगार तू माँ।