इंडेविन न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ।
अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर लखनऊ के जानकीपुरम स्थित एक विद्यालय में गोष्ठी का आयोजन Adhr स्टेट की अध्यक्ष नूपुर पोद्दार की अध्यक्षता में किया गया । गोष्ठी में मुख्य रूप से मानवाधिकार विषयों पर लोगों ने अपने विचार प्रस्तुत किये। जिसमें adhr की नूपुर पोद्दार एडवोकेट, हाई कोर्ट , ए डी एच आर अध्यक्ष जी ने एवम महासचिव के सी जैन, उपाध्यक्ष आरती गुप्ता, कार्य्रक्रम सचिव अंजू जी, विधि सचिव नूपुर कात्याल, एवम मीडिया हेड मौहम्मद निज़ाम, आदि लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए।
गोष्ठी में अपने विचार रखते हुए नूपुर पोद्दार ने कहा कि मानव अधिकार वह अधिकार है, जो हर एक मनुष्य को प्राप्त है। सम्मान व स्वतंत्रता के साथ रहने का अधिकार हर एक व्यक्ति को बिना किसी जाति, लिंग ,संप्रदाय, देश, प्रांत के भेदभाव के सबको प्राप्त है। 10 दिसंबर 1948 को मानवाधिकारों की संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा पेरिश मे अंतरराष्ट्रीय घोषणा की गई। उसी की वर्षगांठ के रूप में हम लोग 10 दिसंबर को प्रतिवर्ष अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाते हैं। यहां तक की कैदियों के साथ भी अमानवीय कृत्य या व्यवहार नहीं किया जा सकता है। युद्ध के दौरान बंदी बनाए गए विदेशी नागरिकों या सैनिकों के साथ भी अमानवीय कृत्य या व्यवहार नहीं किया जा सकता है। इसी क्रम में के. सी जैन ने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एवं हर एक प्रदेश के प्रदेश मानवाधिकार आयोग इसी क्रम में काम करते हैं । 12 अक्टूबर 1993 को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की स्थापना की गयी और हमारा संगठन आम जनमानस को मानवाअधिकारों के प्रति जागरूक करने का काम करता है।
इस अवसर पर स्टेट प्रेसीडेंट नूपुर पोद्दार, स्टेट सेक्रेटरी के सी जैन, स्टेट वाइस प्रेसीडेंट
आरती गुप्ता सिंह, आत्मरक्षा ट्रेनर तौफीक अनीश खान, कराटे ट्रेनर रश्मि मौर्या, तायिकण्डो ट्रेनर आकाश तोमर एवम अन्वेषा जैन, मीडिया हेड मो0 निजाम, विधि सचिव नूपुर कत्याल, कार्यक्रम सचिव अंजू शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।
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