लखनऊ
चौक के सर्राफा कारोबारी और कैलाश चंद्र जैन और उनके बेटे आदिश जैन के ठिकानों पर सोमवार को आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा। देर रात तक टीमें कागजों की जांच-पड़ताल करती रहीं। अगले 24 घंटे तक पड़ताल जारी रहने का अनुमान है। कैलाश चौक सर्राफा असोसिएशन के संरक्षक हैं, जबकि आदिश भी असोसिएशन में काफी सक्रिय हैं।सोमवार दोपहर करीब एक बजे चौक स्थित कैलाश जैन की दो दुकानों और दो मकानों पर आयकर की टीमें एक साथ पहुंचीं। तकरीबन दो घंटे तक इसे सर्वे बताया जा रहा था। आरोप है कि जब परिवारीजनों और कर्मचारियों ने सहयोग नहीं किया तो पुलिस बुला ली गई और सर्वे छापे में तब्दील हो गया। वहीं, चौक के कुछ कारोबारियों ने टीम पर दबाव बनाने की भी कोशिश की, लेकिन कोई भीतर नहीं जा पाया। सर्वे के दौरान कई ग्राहक दुकान में थे। उन्हें एक से डेढ़ घंटे तक अंदर ही रहना पड़ा। इनमें नगर निगम के एक पार्षद भी थे।
समय से पहले बंद हो गईं दुकानें
समय से पहले बंद हो गईं दुकानें
छापेमारी के बाद चौक बाजार में हड़कंप मच गया और शाम साढ़े छह-सात बजे ही बाजार में सन्नाटा पसर गया। शहर के कई बाजारों में भी सर्राफा दुकानें समय से पहले बंद हो गईं। चौक के एक कारोबारी के मुताबिक, कुछ दिन पहले कैलाश के परिवार में एक शादी थी। दीपावली में करीब 17 लाख का हीरों का हार भी इनके यहां से बिका था। इसके बाद से ही आयकर की नजरें इन पर थीं।
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