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आचार्य डॉ प्रदीप द्विवेदी वरिष्ठ संपादक - इंडेविन टाइम्स |
हर साल मकर सक्रांति के बाद खरमास समाप्त हो जाता है और वैवाहिक मुहूर्त शुरू हो जाते हैं। लेकिन इस बार ग्रहों की चाल में शादी समारोह पर ब्रेक लगा दिया है। ऐसा गुरु व शुक्र के बारी-बारी से अस्त होने के कारण हो रहा है। अब अप्रैल के तीसरे सप्ताह से ही सहालग मिल पाएगी। 14 जनवरी को मकर सक्रांति के साथ ही 15 दिसंबर से चला आ रहा खरमास समाप्त हो जाएगा। प्रत्येक वर्ष मकर सक्रांति से सहालग शुरू हो जाती थी। लेकिन इस बार ज्योतिषी संयोग के चलते ऐसा नहीं होगा। क्योंकि 16 जनवरी को गुरु अस्त हो जाएंगे। जो 12 फरवरी को उदय होंगें। वही 17 फरवरी में शुक्र लगभग 2 महीने से अधिक समय के लिए अस्त हो जाएंगे। मार्च के मध्य में सूर्य के मीन राशि में जाने (खरमास) लग्न नहीं मिलेगी। ऐसे संयोग ज्योतिषी दृष्टि से 40-50 वर्ष बाद आते हैं। 22 अप्रैल से विवाह मुहूर्त मिलेंगे। 15 जुलाई तक लगभग 35 से अधिक मुहूर्त है।
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