हरिकेश यादव-संवाददाता इंडेविन टाइम्स
अमेठी।
० मानव धर्म से बढ़कर कोई धर्म नहीं --डा0 अर्जुन पाण्डेय
० शांति दिवस पर गोष्ठी स्वच्छता का संकल्प
युवाओं में आवेग के साथ संवेग शांति की ओर ले जाने का रास्ता है। भावी पीढ़ी देश को नई पहचान दिला सकता है। स्वामी विवेकानंद के जीवन दर्शन से युवाओं में जोश भरकर भारतीय संस्कृति की रक्षा की जा सकती है। युवाओं की भागेदारी को सुनिश्चित किया जाना चाहिए । तभी मानवता को बचाया जा सकता है। मानव धर्म से बढ़कर कोई धर्म नही है। उक्त विचार शांति दिवस पर सद्भावना गोष्ठी, स्वच्छता शपथ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पर्यावरणविद् प्रोफेसर डा0 अर्जुन पाण्डेय ने व्यक्त की है।
फोटो-लोगों को संबोधित करते डॉ अर्जुन पाण्डेय |
कालेज के प्रधानाचार्य नवल किशोर सिंह ने स्वामी विवेकानंद के आर्दशों पर विस्तार से प्रकाश डाला और दुनिया में अलग जलाई। युवा शक्ति के रुप में आज उनकी पहचान बनी है। युवा उनके मार्ग दर्शन में समाज को नई दिशा देने के लिए आगे आये। स्वच्छता का संकल्प सभी नागरिकों को मंच के माध्यम से ले और उसका अनुपालन करें।
राष्ट्रीय सेवा योजना आरआरपीजी कालेज अमेठी की कार्यक्रम अधिकारी डा0 आशा गुप्ता ने कहा कि युवा दर्शन को जगाने की जरुरत है स्वच्छता समाज का नारा होना चाहिए। बिना स्वच्छता के विकास संभव नही है। युवा चिंतन से समाज को नई दिशा की जा सकती है।
नेहरु युवा केंद्र अमेठी की जिला युवा अधिकारी डा.0 अराधना राज ने संबोधित करते हुए कहा कि आज भी स्वामी जी के दर्शन का चिंतन पूरी दुनिया में हो रहा है। युवा शांति और सद्भावना के लिए काम करे द्वेष की भावना त्यागे और समाज को जोड़े और युवा निर्माण में लग जाय। तेा दुनिया में अलग पहचान होगी। स्वामी जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला और उन्हें याद किया।
कार्यक्रम के दौरान जिला युवा अधिकारी डा0 अराधना राज ने स्वच्छता का शपथ दिलाया तथा कार्यक्रम में आये हुए युवाओं को शांति का पैगाम दिया। इस मौके पर जिलें के युवा मंडल और महिला मंडल के स्वयं सेवक भारी संख्या में शामिल हुए ।