लखनऊ।
उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार देर रात अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल व अपर मुख्य सचिव ऊर्जा अरविंद कुमार समेत 10 बड़े अफसरों की जिम्मेदारी में बदलाव किया है। अरविंद कुमार के खिलाफ खुद उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मोर्चा खोल रखा था। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पॉवर कार्पोरेशन चेयरमैन व अपर मुख्य सचिव उर्जा के पद पर अलग-अलग अफसरों की तैनाती की मांग की थी। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार मिला है।
दरअसल, आलोक टंडन के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने से अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (IIEDC) पद रिक्त चल रहा था। इन तबादलों ने सरकार ने साफ संदेश दिया है कि अफसरों द्वारा जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा स्वीकार्य नहीं है।
विभाग की अड़ंगेबाजी पड़ी मित्तल को भारी
अपर मुख्य सचिव वित्त एवं वित्त आयुक्त संजीव मित्तल का तबादला करते हुए इस पद पर एस राधा चौहान को तैनात किया गया है। जबकि विधानमंडल के बजट सत्र की तैयारी चल रही है। चर्चा है कि मित्तल के खिलाफ वित्तीय प्रावधान के बावजूद वित्तीय आवंटन से जुड़े प्रस्ताव लटकाने की शिकायतें की गई थी। इस प्रकरण में बीते दिनों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संजीव मित्तल की कार्यशैली को लेकर उन्हें आगाह भी किया था।