लखनऊ
62 किलोमीटर लम्बे लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो गई है। सांसद राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने गुरुवार को बताया कि डीपीआर भी तैयार हो गया है। इसके साथ ही टेंडर अपलोड करने की प्रक्रिया भी जल्द पूरी हो जाएगी। योजना के तहत अमौसी से बनी तक करीब 13 किमी. एलीवेटेड सड़क का निर्माण होगा। एक्सप्रेस वे को कानपुर में प्रस्तावित रिंग रोड से मिलाया जाएगा।520 हेक्टेअर जमीन की जरूरत थी
एनएचएआई के प्रॉजेक्ट इंजीनियर एनएन गिरी ने बताया कि उन्नाव के 32 और लखनऊ के 10 गांवों में जमीन का अधिग्रहण पूरा कर लिया गया है। एक्सप्रेसवे वे के लिए 520 हेक्टेअर जमीन की जरूरत थी, जो पूरी हो गई है।
एनएचएआई के प्रॉजेक्ट इंजीनियर एनएन गिरी ने बताया कि उन्नाव के 32 और लखनऊ के 10 गांवों में जमीन का अधिग्रहण पूरा कर लिया गया है। एक्सप्रेसवे वे के लिए 520 हेक्टेअर जमीन की जरूरत थी, जो पूरी हो गई है।
इन गांवों से गुजरेगा एक्सप्रेसवे
एनएचएआई के प्रॉजेक्ट इंजीनियर एनएन गिरी ने बताया कि राजधानी के अमौसी, बनी, बंथरा सिकंदरपुर, बेहससा, फरुखाबाद चिल्लावां, गेहरू, गौरी, खांडेदेव, मीरनपुर पिनवट, नटकुर और सरायं शहजारी गांव से एक्सप्रेस वे गुजरेगा।
एनएचएआई के प्रॉजेक्ट इंजीनियर एनएन गिरी ने बताया कि राजधानी के अमौसी, बनी, बंथरा सिकंदरपुर, बेहससा, फरुखाबाद चिल्लावां, गेहरू, गौरी, खांडेदेव, मीरनपुर पिनवट, नटकुर और सरायं शहजारी गांव से एक्सप्रेस वे गुजरेगा।