100 करोड़ से ज्यादा की जमीन पर किया कब्जा
हनुमान सेतु मंदिर के पीछे 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की नजूल की जमीन का पट्टा सहकारी आवास समिति को दिया गया था। जिसकी अवधि 2011 में समाप्त हो गई। इसके बाद जमीन का पट्टा खत्म हो जाने की वजह से जमीन राज्य सरकार को निहित हो गई थी।
कई वर्षों से वसूल रहे थे पैसा
अभियुक्तों के ऊपर आरोप हैं कि उन्होंने आपराधिक षड्यंत्र के तहत कबाड़ियों को उस जमीन पर बसा दिया और उनसे हर महीने किराया भी वसूलते रहे। इससे राज्य सरकार के राजस्व की हानि होने के साथ-साथ लोक संपत्ति को नुकसान भी हुआ है। इसी के चलते नजूल की जमीन को अपना दिखाकर किराये पर देकर करोड़ों रुपये की अवैध कमाई करने को लेकर इनके ऊपर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
हनुमान सेतु मंदिर के पीछे 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की नजूल की जमीन का पट्टा सहकारी आवास समिति को दिया गया था। जिसकी अवधि 2011 में समाप्त हो गई। इसके बाद जमीन का पट्टा खत्म हो जाने की वजह से जमीन राज्य सरकार को निहित हो गई थी।
कई वर्षों से वसूल रहे थे पैसा
अभियुक्तों के ऊपर आरोप हैं कि उन्होंने आपराधिक षड्यंत्र के तहत कबाड़ियों को उस जमीन पर बसा दिया और उनसे हर महीने किराया भी वसूलते रहे। इससे राज्य सरकार के राजस्व की हानि होने के साथ-साथ लोक संपत्ति को नुकसान भी हुआ है। इसी के चलते नजूल की जमीन को अपना दिखाकर किराये पर देकर करोड़ों रुपये की अवैध कमाई करने को लेकर इनके ऊपर मुकदमा दर्ज कराया गया है।