हरिकेश यादव- संवाददाता (इंडेविन टाइम्स)
अमेठी।
० 5 माह से नहीं मिला वेतन व पेंशन
० मृतक आश्रित के परिवारों को नहीं मिल रही नौकरी
० मुख्यमंत्री जी कब मिलेगा वेतन
जिला मुख्यालय के गौरीगंज कार्यालय पर जल निगम के कर्मचारियों का पिछले 30 दिनों से चल रहा अनशन थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद भी जल निगम के कर्मचारियों को पिछले 5 महीनों से वेतन नहीं मिल रहा है ।ना ही रिटायर कर्मचारियों को पेंशन का भुगतान हो पा रहा है ।जिससे जल निगम के कर्मचारी भुखमरी के कगार पर आ गए हैं ।
आज लगातार 30वे दिन उत्तर प्रदेश जल निगम संघर्ष समिति के आवाहन पर जल निगम अमेठी के सेवानिवृत्त और कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों द्वारा भोजन अवकाश के समय धरना प्रदर्शन किया गया। धरने का नेतृत्व कर रहे एस के गंगे द्वारा उपस्थित अधिकारियों कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बताया कि यदि सरकार हमारी मांगों पर कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है तो हम आंदोलन आंदोलन के लिए बाध्य होंगे ।जल निगम के कर्मचारियों को माह अक्टूबर 2020 से अब तक 5 माह का वेतन भुगतान व पेंशन का भुगतान नहीं किया गया है ।जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बिल्कुल बदहाल हो गई है। उन्हें सहारा देने के लिए वर्तमान बीजेपी सरकार का कोई भी प्रतिनिधि आगे नहीं आ रहा है ।कर्मचारियों का प्रतिमाह वेतन व पेंशन का भुगतान ट्रेजरी से कराया जाना चाहिए जो कि नहीं कराया जा रहा है। इसके अलावा वर्ष 2016 से सभी पेंशनरों का तत्काल भुगतान कराना चाहिए ,लेकिन सरकार द्वारा आनाकानी की जा रही है, एक तरह से जानबूझकर मामले को लटकाया जा रहा है ।निगम के कर्मचारी वर्ष 2018 से जिनकी सेवाकाल में मृत्यु हो चुकी है ।उनके आश्रितों को भरण पोषण के लिए अभी तक अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति नहीं दी गई ।जिससे मृतक आश्रित के परिवारों के साथ वर्तमान सरकार द्वारा न्यायोचित कदम नहीं उठाया जा रहा है जोकि चिंताजनक है।
इस धरना प्रदर्शन के समय बीपी सिंह अधिशासी अभियंता ,नीरज कुमार प्रजापति ,के पी सिंह ,राजेश कुमार गुप्ता ,नमन अवस्थी, अंशु मौर्य, अयोध्या पांडे, पदम धर द्विवेदी ,प्रदीप कुमार सिंह ,विश्वजीत ,दीपक उपाध्याय, अरविंद श्रीवास्तव, वशिष्ठ नारायण मिश्रा ,शिव बहादुर मौर्य, मंजुल कुमार मिश्रा व रविंद्र सिंह सहित अन्य सेवानिवृत्त व कार्यरत कर्मचारी उपस्थित रहे।