रसदार और सुनहरा सा दिखने वाला फल पपीता पोष्क तत्वों से भरपूर है। फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत होने के लिहाज से यह कई बीमारियों में बहुत फायदेमंद है। लेकिन पपीते का अधिक मात्रा में सेवन आपको नुकसान पहुंचा सकता है। वैसे देखा जाए, तो पपीता हर किसी को पसंद नहीं होता। कुछ को इसका स्वाद रास नहीं आता, तो कुछ को इसे काटने और फिर खाने में आलस आता है। आपको बता दें कि, पपीते की लेटेक्स और हाई फाइबर सामग्री को देखते हुए , इसका ज्यादा सेवन आपके लिए रिस्क पैदा कर सकता है।
हालांकि फल के साइड इफेक्ट पूरी तरह से सिद्ध नहीं हुए हैं, लेकिन ये जरूरी है कि आप उनके बारे में जागरूक हों। ऐसे में आप पपीते से होने वाले नुकसान से बच सकते हैं। तो चलिए इस आर्टिकल में हम पपीता खाने से होने वाले 6 नुकसानों के बारे में बताएंगे।
बच्चों के लिए असुरक्षित
डॉक्टर अक्सर कहते हैं कि एक साल से कम की आयु वाले बच्चे को पपीता नहीं खिलाना चाहिए। दरअसल, छोटे बच्चे पानी बहुत कम पीते हैं। ऐसे में पर्याप्त पानी के सेवन के बिना उच्च फाइबर वाला ये फल मल को कठोर बना देता है, जिससे बच्चों को कब्ज की शिकायत हो सकती है। इसलिए कच्चा या पका किसी भी रूप में बच्चों को यह फल न दें।
पपीते से होने वाले नुकसान
1- गर्भवती महिला के लिए हानिकारक-
पपीता बहुत पौष्टिक फल है, लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए ये बेहद नुकसानदायक है। डॉक्टर्स प्रेग्नेंसी में महिलाओं को पपीता खाने से बचने की सलाह देते हैं। दरअसल, पपीते के बीज, जड़ और पत्तियां भ्रूण को नुकसान पहुंचाती हैं। एक कच्चे पपीते में लेटेक्स की भारी मौजूदगी गर्भाशय के संकुचन का अहम कारण बन सकती है। इसके अलावा पपीते में मौजूद पपैन शरीर में झिल्ली को डैमेज कर देते हैं, जो भ्रूण के विकास के लिए बहुत जरूरी है।
2- श्वसन संबंधी विकार पैदा करे
पपीते में मौजूद एंजाइम पैपैन को एलर्जेन कहते हैं। इसके ज्यादा सेवन से अस्थमा और घरघराहट जैसी श्वसन संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। इन स्वास्थ्य स्थिति को रोकने के लिए अधिक मात्रा में पपीते के सेवन से बचना चाहिए। यदि आपको कोई बीमारी है, तो डॉक्टर से परामर्श के बाद ही यह फल खाएं। वही आपको बताएंगे कि फल की कितनी मात्रा आपके लिए अच्छी है।