इंडेविन न्यूज नेटवर्क
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में हनुमानगढ़ी के नागा साधु महंत कन्हैया दास की हत्या का बुधवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। अयोध्या कोतवाली पुलिस ने इस मामले दो दो साधुओं को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी शशिकांत दास को मोहबरा चौराहे से, जबकि उसके भाई अंश मिश्रा को राम प्रस्थ होटल के पास से पकड़ा है। कन्हैया दास की हत्या संपत्ति के विवाद में की गई थी। आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
शिवरात्रि के दौरान बनाई थी हत्या की योजना
SSP शैलेश पांडे ने बताया कि कन्हैया दास की हत्या संपत्ति के लालच में की गई थी। महंत कन्हैया दास व आरोपी शशिकांत दास गुरु भाई हैं, जो अपने गुरु की संपत्ति पर अकेले कब्जा करना चाहता था। दोनों के बीच संपत्ति विवाद का केस भी न्यायालय में चल रहा है। आरोप है कि शशिकांत दास ने अपने साथियों के साथ शिवरात्रि के समय ही महंत कन्हैया दास को हमेशा के लिए रास्ते हटाने की योजना अपने भाई अंश व तीन अन्य के साथ मिलकर बनाई थी। अन्य जनों को संपत्ति की जमीन व कैश देने की लालच देकर हत्याकांड में शामिल किया। तीन दिन पहले तीन अप्रैल की रात कन्हैया दास की उस समय ईंट से कूंच कर हत्या कर दी, जब वे चरण पादुका मंदिर की गोशाला में सो रहे थे।