इंडेविन न्यूज नेटवर्क
लखनऊ।
बीते दो सालों से पंजाब की रोपड़ जेल में बंद बसपा के विधायक मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश लाने के लिए बांदा पुलिस रवाना हो गई है। वहीं, उत्तर प्रदेश नंबर की वह एंबुलेंस जिसमें पंजाब पुलिस ने मुख्तार अंसारी को मोहाली की अदालत में पेश किया था, वह रविवार रात रूपनगर जिले में रोपड़ जेल से 15 किमी दूर चंडीगढ़-नांगल हाइवे पर एक सड़क के किनारे ढाबे के पास लावारिस हालत में मिली है। इस एंबुलेंस पर फर्जी दस्तावेज के मामले में बाराबंकी में FIR भी दर्ज है। पुलिस इस केस में मुख्तार को साजिशकर्ता बनाने में जुट गई है।कहा जा रहा है कि UP पुलिस के आने से पहले ही अंसारी के गुर्गे उस एंबुलेंस को खुर्द-बुर्द करने में लग गए। शायद पुलिस के आने की सूचना अपराधियों को मिल गई होगी, इसलिए वे ढाबे पर ही उसे लावारिस हालत में छोड़कर भाग गए। बाराबंकी के SP यमुना प्रसाद ने कहा कि एंबुलेंस ढाबे तक कैसे पहुंची, इसलिए जांच चल रही है।
SP यमुना प्रसाद ने बताया कि CO हैदरगढ़ के नेतृत्व में पुलिस की जो टीम पंजाब गई थी, उसे फर्जी कागजात के आधार पर रजिस्टर्ड एंबुलेंस की जांच करके अपने कब्जे में लेना था। उसे जानकारी मिली की एक एंबुलेंस लावारिस हालत में खड़ी है। जानकारी मिलते ही उसे पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। जांच में अगर वो एंबुलेंस वही निकलती है, जिसे मुख्तार अंसारी के द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है तो उसे कब्जे में लेकर आगे की जांच शुरू की जाएगी।
120B का आरोपी बनेगा मुख्तार
बाराबंकी पुलिस गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के आपराधिक इतिहास को खंगालेगी। एम्बुलेंस मामले में दर्ज केस में 120B का अभी अभियुक्त मुख्तार को बनाया जाएगा। इसके लिए पुलिस ने डॉक्टर अल्का राय के बयान को आधार बनाएगी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक डॉक्टर अल्का राय से पूछताछ में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हें। पूछताछ के आधार पर कई और लोगों के नाम इस केस में जोड़ने की तैयारी चल रही है।
जांच में फर्जी मिले थे एंबुलेंस के दस्तावेज
दरअसल, बीते बुधवार को मुख्तार अंसारी को एक यूपी के बाराबंकी नंबर (UP 41 AT 7171) की एंबुलेंस से मोहाली कोर्ट में पेश किया गया था। बाराबंकी परिवहन विभाग व स्वास्थ्य विभाग द्वारा दस्तावेजों की पड़ताल की गई। इसमें पाया गया कि परिवहन विभाग में मऊ स्थित श्याम संजीवनी हॉस्पिटल का लेटर और डॉक्टर अलका राय का वोटर कार्ड लगाया गया था। लेकिन, रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट व मकान का पता फर्जी पाया गया। एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन डॉक्टर अलका राय के नाम दर्ज है, इसलिए बाराबंकी के ARTO ने उनके खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया।
यह केस नगर कोतवाली में IPC की धारा 419, 420, 467, 468 और 471 की धाराओं में दर्ज हुआ है। पुलिस की एक टीम ने मऊ में करीब साढ़े तीन घंटे डा. अलका राय से पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक डा. अल्का राय की गिरफ्तारी भी हो सकती है।