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कैसे चुनें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग?

Wednesday, April 7, 2021

/ by Dr Pradeep Dwivedi

 इंडेविन न्यूज नेटवर्क

मौजूदा समय की बात करें तो बेरोजगारी तेजी के साथ देश की बड़ी समस्या बनती जा रही है। ऐसे में जब आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने की ठानते हैं तो सबसे बड़ा सवाल सामने यह आ जाता है कि किस कोचिंग पर भरोसा जताएँ। कम नौकरियाँ और आवेदक ज्यादा और यहीं एक अच्छे कोचिंग सेंटर की भूमिका सबसे अहम हो जाती है। अगर आप प्राइवेट नौकरी करते हैं तो बहुत सारी ऐसी चीजें होती हैं जिससे कदम-कदम पर समझौता करना पड़ता है, लेकिन सरकारी नौकरी के कई फायदे हैं जिसमें आप सुकून से अपनी जिंदगी का निर्वहन कर पाते हैं। इसलिए हमेशा ध्यान रहे कि तैयारी के लिए एक बढ़िया कोचिंग सेंटर जरूर चुनें।

तैयारी कैसे करें ?

कंपीटीशन कितना भी क्यूं न हो अगर आप योग्य हैं तो आपकी सफलता कोई नहीं रोक सकता। बस आपको सोच-समझकर, सही योजना बनाकर, उसे लागू करने की ज़रूरत है, नौकरी आपको पक्का मिलेगी। सवाल यह भी आता है कि कांपिटीशन की तैयारी कैसे करें? आपको बताते चलें कि सेल्फ स्टडी का तो कोई मुकाबला ही नहीं है, लेकिन बहुत बड़े सिलेबस में से क्या तो पढ़ें और क्या छोड़ें, सेल्फ स्टडी करने में यही सबसे बड़ा सवाल पैदा होता है। कोचिंग हमको इसी मामले में मदद करती है। कोचिंग करने से तीन बड़े फायदे होते हैं- पहला, जो टॉपिक किताब से पढ़ने में भी समझ में नहीं आते उसे कोचिंग आसान बना देती है। बहुत-से छात्र ये सोचते हैं कि क्या पढ़ें और क्या छोड़ें? कोचिंग में सिर्फ उन चीजों पर फोकस किया जाता है जिसका परीक्षा में संभावित प्रश्नों से सबंध है, जिससे आप सीधे तौर पर अपनी तैयारी में जुट जाते हैं। इसका एक फायदा यह भी होता है कि ऑफलाइन कोचिंग के बहाने, या ऑनलाइन कोचिंग के बहाने, हमारी रोज़ पढ़ने की आदत पड़ जाती है। इसलिए इस टफ कांपिटीशन के युग में जहाँ तक हो सके ऑफलाइन कोचिंग, नहीं तो ऑनलाइन कोचिंग अवश्‍य लेनी चाहिए। यूट्यूब पर ऑनलाइन लेक्चर सुनकर अब तो यह सभी को भरोसा हो गया है कि ऑफलाइन का अवसर न मिले तो ऑनलाइन से भी सीखा जा सकता है। तो हो सके तो ऑफलाइन कोचिंग, नहीं तो ऑनलाइन क्लासेज के विकल्प को अपनाना ही चाहिए ताकि हम औरों से अधिक मजबूत हो सकें।

कांपिटीशन एवं हिंदी गुरु डॉ. राघव प्रकाश

डॉ राघव प्रकाश, परिष्कार इंस्टीट्यूट ऑफ एजूकेशन के पैट्रन हैं और इनके पास 49 सालों का टीचिंग का अनुभव है। डॉ राघव ने अब तक 25 से ज्यादा किताबें लिखी हैं, जिनमें हिंदी ग्रामर, ड्रामा, इंटरव्‍यू टेक्नीक्स और लिट्रेरी क्रिटिसिज्म शामिल हैं। अपनी विशेषज्ञता से राघव बहुत सारे छात्रों के लिए रोल मॉडल बने हुए हैं। इनके पढ़ाए हज़ारों छात्र-छात्राएँ विभिन्न पदों पर सफलता के परचम लहरा रहे हैं।

परिष्कार कोचिंग विद्‌यार्थी-प्रिय क्यों?

लेकिन आजकल बहुत सारे ऑनलाइन कोचिंग लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपके मेहनत का पैसा यूं ही न बर्बाद हो जाए तो आपको कोचिंग के चयन में पूरी सावधानी दिखानी पड़ेगी। ऐसे में जयपुर का परिष्कार कोचिंग काफी लोकप्रिय हो रहा है, उन लोगों के बीच जिनके सपने सरकारी नौकरी वाले हैं। हम पिछले 22 वर्षों से आरएएस, व्याख्याता, पुलिस सब-इंस्पेक्टर, शिक्षक ग्रेड-सैकिंड, रीट, पटवार, एलडीसी, अकाउटेंट, हैडमास्टर, ग्राम सेवक, वनपाल आदि अनेक कांपिटीशन्स के लिए जयपुर में ऑफलाइन और परिष्कार वर्ल्ड एप के जरिए तीन साल से ऑनलाइन कोचिंग कराते आ रहे हैं। परिष्कार कोचिंग का पूरे उत्तर भारत में अधिकाधिक नौकरी दिलाने का इतिहास रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि हम पढ़ाने के तरीकों में सबसे ज्यादा नए-नए प्रयोग करनेवाली संस्था हैं। आप हमारे लेक्चर्स को देखें, परखें, अन्य समझदार लोगों से और परिष्कार से पढ़ चुके, लेक्चर्स ले चुके लोगों से फीडबैक लें। परिष्कार से चाहे ऑफलाइन पढ़ें और चाहे ऑनलाइन लेक्चर्स लें, या लाइव क्लास लें क्वालिटी लेक्चर्स की वजह से निश्‍चित रूप से आपका भविष्य चमकेगा। हमारी हार्दिक इच्छा है कि जैसे यहाँ से पढ़कर अन्य हज़ारों लोगों ने नौकरी ली है वैसे ही आप भी परिष्कार से जुड़ें और नौकरी पाएं।


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