० नही दर्ज हुई हुई प्राथमिकी
हरिकेश यादव-संवाददाता (इंडेविन टाइम्स)
भादर /अमेठी।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद आए चुनाव परिणाम से खार खाए युवकों पर दलित उत्पीड़न की घटनाएं दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं। पीड़ित ने इसकी शिकायत थाना अध्यक्ष रामगंज के साथ एसपी अमेठी सहित उच्चाधिकारियों से किया ।लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात रहा । 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी दलित की एफ आई आर दर्ज नही की गई। इस प्रकरण में पुलिस और दबंगों की मिलीभगत की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता।
मामला ब्लाक भादर अंतर्गत थाना रामगंज के ग्राम सभा भागीपुर की है जहाँ 17.5.2021 को एक दलित परिवार गम्भीर अवस्था मे बीमार अपने रिश्तेदार को देखने बिक्रम ( थ्री व्हीलर) से अपने घर जा रहा था । उसी के गाँव के धर्मेंद्र पुत्र प्रेमनाथ ने अपनी गाड़ी चार चक्का क्रेटा रास्ते मे खड़ी किये थे। काफी देर पीड़ित देख रहा था कि गाड़ी हटने का इंतजार कर रहा था जब गाड़ी नही हटी तो पीड़ित ने बिनती की की भैया गाड़ी किनारे कर लीजिए। मैं अपनी गाड़ी निकाल लू मेरे रिस्तेदार बीमार है थोड़ा जल्दी है इतना सुनते ही धर्मेंद्र ने आपा खो दिया गाली देने लगे कि जब मेरी मर्जी होगी तभी यहाँ से जाऊँगा ।जब पीड़ित ने बिरोध किया तो उसे जाति सूचक शब्दो से गाली दी गयी। मैं भी आदमी हु इतना कहने पे धर्मेंद्र और उनके साथी पीड़ित को मारने लगे पीड़ित ने इसकी शिकायत रामगंज थाने में की ।पुलिस धर्मेंद्र को पकड़ कर 151 में चलान कर के छोड़ दिया पीडित की तहरीर पर कोई मुकदमा दर्ज नही हुआ। पीड़ित ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारी को लिखित में रजिस्ट्री के माध्यम से सूचित किया। लेकिन अभी तक कोई मुदम्मा दर्ज नही हुआ ।पीड़ित डर से अपने घर मे बैठा है।इस बारे में जब रामगंज थानाध्यक्ष से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नही हो सका।
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