संवाददाता-इंडेविन टाइम्स
भादर/अमेठी।
खबर अमेठी जिले के भादर ब्लाक के अंतर्गत ग्राम सभा आलमपुर की है जहाँ आज किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है ।एक तरफ अभी कोरोना के ख़ौफ़ से किसानो में दहशत है।दूसरे लाकडाउन होने से किसान मजदूर का परिवार दो बक्त की रोटी की तलाश में जुटा है कि किसी तरह वो अपने परिवार का पालन पोषण कर सके ।वही राजस्व कर्मियों की गलत नीति की वजह से उनपे दोहरी मार पड़ने वाली है ।अब वो अपनी धान की फसल की रोपाई भी नही कर पायेंगे। जिससे ग्रामीण किसान गुस्से में है। किसानों का आरोप है कि उनके गाँव मे चकबन्दी की प्रकिया चार महीने पहले ही पूरी हो गई थी लेकिन कर्मचारियों की लापरवाही से उनकी जमीन की पैमाईस नही की गई उनको उनकी जमीन कहा है उनको नही पता।ज्यादातर किसान अपनी पुरानी जमीन पर अभी तक काबिज है वो उसी पर अपनी खेती कर रहे हैं। धान की फसल के लिए बेरन डाल दिये है खेत बना कर धान लगाने की तैयारी कर रहे है। आलमपुर भैंसहा के किसानों का आरोप है कि आनन फानन में कुछ सरकारी कर्मचारी गाँव मे बिना सूचना दिये आये। पूरे गाँव की जमीन की पैमाइस होगी जिसको जमीन जहाँ दी जायेगी अब वो जमीन ही उसकी होगी। आज जब जमीन नापने आये तो किसान इक्क्ठा होकर बिरोध करने लगे कि अब हम कैसे जमीन कब्जा कर पायेंगे मेड बांधने के लिए पैसा नहीं है किसी को जानकारी नहीं है कि मेरी जमीन नपेगी हम लोग धान लगाने की तैयारी कर रहे हैं। आप लोगो को 2 महीने पहले जमीन नाप के बता देना अब हम लोग अपनी जमीन धान काटने के बाद ही पैमाइस करवा पायेंगे धान काटने के बाद आप लोग आइए और नाप दीजिए तब तक हम लोग कुछ पैसा इकट्ठा करके अपने जमीन की मेढ़बंदी करवा लेंगे अभी हम लोग भूखे मर रहे हैं मेढ़ बांधने के लिए हम लोगों के पास पैसा नहीं है अगर आप नाप कर देंगे तो बिना मेढ़बन्दी के धान की रोपाई नही हो पाएगी। हम सब भूखे मर जायेंगे ।इसकी शिकायत किसानों ने चकबन्दी अधिकारी रामगंज तहसील अमेठी जिला अमेठी से लिखित प्रर्थनापत्र देकर किया।
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