जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से धारा 370, 35 ए को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा हैं। महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि धारा 370, 35 (ए) और परिसीमन कानून किसी विदेशी देश द्वारा हमें नहीं दिए गए थे। इससे पहले कि राष्ट्र हमें ये देता, महाराजा इसे जम्मू-कश्मीर के लोगों की पहचान की रक्षा के लिए लाए थे। जब लोगों ने भारत का हिस्सा बनने का फैसला किया, तो उन्होंने कहा कि हमारे पास ये कानून हैं जिन्हें बरकरार रखना है। उन्होंने कहा कि परिसीमन पूरे देश में 2026 में हो रहा है तो यहां क्या जल्दी है। वो (पीएम मोदी) 20 मिनट पार्टी से मिले..तो क्या 20 मिनट में फैसला हो सकता है?
इसके बाद महबूबा ने अपने बयान में कहा कि लेकिन इसके निरस्त होने के बाद ऐसा लगता है कि इसके पीछे एकमात्र मकसद जम्मू-कश्मीर को लूटना था। चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स में बाहर के लोगों को शीर्ष स्थान दिया जा रहा है, हमारा पानी और बिजली बाहर जा रहा है। हमारे ट्रांसपोर्टर मुश्किल में हैं। यहां कोई नीति नहीं है, बेरोजगारी और महंगाई बढ़ रही है। उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पहले वे कहते थे कि जम्मू-कश्मीर पिछड़ा हुआ है, लेकिन हम कई सूचकांकों में आगे हैं। लेकिन अगर इसी तरह से अर्थव्यवस्था पर हमला जारी रहा तो गरीबी के मामले में हमारी स्थिति गुजरात से भी बदतर हो जाएगी।