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देश विरोधी ताकतों के विरुद्ध आवाज उठाने वाले सुरेश चव्हाणके के खिलाफ वामपंथियों ने रचा षड्यंत्र

Saturday, August 7, 2021

/ by Dr Pradeep Dwivedi

इंडेविन न्यूज नेटवर्क

सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके को SC-ST ऐक्ट में फर्जी फसाने की कोशिश 


हाल ही में आमागढ़ में हुए भगवा झंडे के अपमान के विरुद्ध सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके ने बुलंद की थी आवाज 

सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके एक बार फिर जिहादी और देश विरोधी ताकत वामपंथियों के निशाने पर हैं ताजा मामला भगवा झंडे के अपमान से जुड़ा हुआ है जो जयपुर के निकट आमागढ़ में कांग्रेस समर्थित विधायक रामकेश मीणा की मौजूदगी में भगवा झंडे को फाड़ने का है । 

देश में वामपंथी ताकतों को उनके कर्मों की वजह से देश विरोधी ताकत माना जाता है , वामपंथी देश विरोधी सब गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं ऐसी ही एक गतिविधि सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक सुरेश चौव्हाणके के खिलाफ थी देखने को मिली, भारत की जनता सुरेश चौव्हाणके को हिंदुत्व का सबसे बड़ा चेहरा मानती है शायद यही वजह है एक छोटे से मसले पर वामपंथी तंत्रों के द्वारा सुरेश चौव्हाणके के खिलाफ षड्यंत्र रचने की।

देश मांग कर रहा था कि जिस भगवा ध्वज को सनातन की धर्म ध्वजा का जाता है, जिस भगवा ध्वज को हिंदुओं में सबसे पूज्य माना जाता है, उस भगवा का अपमान करने वालों पर, उस भगवा को फाड़ने वालों पर राजस्थान सरकार कार्यवाही करेगी. लेकिन हुआ है इसका एकदम उल्टा. राजस्थान की जयपुर पुलिस ने भहगवा द्रोहियों पर कार्यवाई करने के बजाय भगवा का अपमान करने वालों पर कार्यवाई की मांग करने वाले सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक सुरेश चौहान के के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर लिया है।

खबर के मुताबिक, राजस्थान की राजधानी जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर थाने में सुदर्शन न्यूज के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके जी के खिलाफ SCST एक्ट में मामला दर्ज किया गया है. आश्चर्य की बात ये है कि सुरेश जी के खिलाफ ScSt एक्ट में मुकदमा उस बात को लेकर दर्ज किया गया है जो बात उन्होंने कही ही नहीं बल्कि इस्लामिक हकों के लिए लड़ने वाली कर्नाटक की टीपू सुल्तान पार्टी ने सुरेश जी की बात का आधा हिस्सा वायरल कर दिया और ट्रेंड चला दिया. उसी को आधार बनाकर जयपुर पुलिस ने सुरेश चव्हाणके जी के खिलाफ ScSt एक्ट में मामला दर्ज किया है।

आपको बता दें कि निर्दल विधायक रामकेश मीणा के नेतृत्व में जब जयपुर के आमागढ़ किले पर जय श्री राम लिखे भगवा ध्वज को फाड़ा गया था तो सुदर्शन न्यूज़ ने प्रमुखता से इस मुद्दे को उठाया था. इस दौरान सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके जी ने आह्वान किया था कि वह 1 अगस्त को जयपुर जाकर आमागढ़ किले पर पुनः भगवा ध्वज फहराएंगे तथा यह भगवा ध्वज कोई और बल्कि मीणा हिंदू ही फहराएगा. इसके साथ ही उन्होंने यह भी मांग की थी कि भगवा फाड़ने के आरोपी विधायक रामकेश मीणा व उनके समर्थकों के खिलाफ हिंदू आस्थाओं का दोहन करने के लिए FIR दर्ज की जाए, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए।

इस दौरान सुरेश चव्हाणके जी ने मीणा समाज के गौरवशाली इतिहास को भी सामने रखा था तथा देश को बताया था कि किस तरह मीणा समाज ने धर्म के लिए, राष्ट्र के लिए, हिंदुत्व के लिए अपने प्राणों का बलिदान तक दिया है. इसी दौरान उन्होंने कहा था कि आमागढ़ किले में रामकेश मीणा के नेतृत्व में भगवा के साथ जो किया गया है वह कोई असली मीणा नहीं कर सकता है. सुरेश जी ने कहा था कि जो मीणा हैं वो कभी कमीना नहीं हो सकता और जो कमीना है वो मीणा नहीं हो सकता. इसके बाद कर्नाटक की टीपू सुल्तान पार्टी तथा अन्य कई जिहादी मानसिकता के लोगों ने सुरेश जी की इस बात को तोड़ मरोड़कर पेश कर दिया तथा अफवाह फैलाने के लिए ट्विटर पर उनके खिलाफ ट्रेंड चलाया।

इस दौरान हिंदुओं के अंदर फूट डालने के लिए रामकेश मीणा के कंधे पर बंदूक रखकर टीपू सुल्तान पार्टी व इस्लामिक कट्टरपंथी लोगों ने सुरेश चव्हाणके जी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की. इसके बाद जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस स्टेशन में सुरेश चव्हाणके जी के खिलाफ ScSt एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

ऐसे में सवाल उठता है कि जिस भगवा ध्वज को सनातन की धर्म ध्वजा का जाता है, जो भगवा हिंदुत्व की अस्मिता का प्रतीक है, उस भगवा का अपमान करने वाले के खिलाफ न तो राजस्थान सरकार और न ही राजस्थान की जयपुर पुलिस ने कोई एक्शन लिया बल्कि जिन सुरेश चव्हाणके जी ने भगवा द्रोहियों के खिलाफ़ एक्शन की मांग की, उनके ही खिलाफ ScSt एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया. वो भी उस बात के लिए जो बात उन्होंने कही ही नहीं. ये मुकदमा टीपू सुल्तान पार्टी द्वारा फैलाई गई झूठी अफवाह के आधार पर दर्ज किया गया है।

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