० मुकदमा पंजीकृत करने में पुलिस ने लिया 36 घंटे का समय
० प्रधान प्रतिनिधि बलराम यादों के ऊपर पीपरपुर थाने में दर्ज है आधा दर्जन मुकदमे
० नहीं लिखी गई अवैध शस्त्र रखने की धारा
अमेठी।
खबर अमेठी जिले के ब्लाक भादर के थाना पीपरपुर अंतर्गत ग्राम सभा खाझा की है। जहां पर पत्रकार को जान से मारने की धमकी की खबर इंडेविन टाइम्स ने प्रमुखता से प्रकाशित की तथा पत्रकारों का प्रतिनिधिमंडल इस मामले को लेकर पीपरपुर थाना अध्यक्ष रतन सिंह से मिला ।खबर का असर हुआ कि प्रधान प्रतिनिधि व उसके साथियों के ऊपर विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया । आपको बताते चलें कि गांव में लोहिया आवास के आवंटन में अनियमितता की खबर चलाने पर पत्रकार संतोष गुप्ता को मिली जान से मारने की धमकी। अनियमितता की खबर चलने से गुस्साकर कल 13-8-2021 को रात करीब 10,30 बजे गाँव के ही पूर्व प्रधान पति बलराम यादव अपने साथी अजय यादव,रामचरित्र यादव,राहुल यादव,सुमित यादव तथा कुछ अज्ञात लोगों के साथ असलहा आ धमके । जब तक पत्रकार सन्तोष कुमार कुछ समझ पाते तब तक बलराम यादव ने पत्रकार के सीने पर कट्टा लगाकर बोले कि कितने बड़े पत्रकार हो मेरे खिलाफ खबर चला रहे हो ।तुम्हें और तुम्हारे परिवार को जान से मार दूँगा। किसी तरह पत्रकार गुहार लगाते हुये अपनी जान बचा कर चिल्लाते हुये अपने घर मे घुस कर दरवाजा बंद कर लिया। पत्रकार के चिल्लाने की आवाज सुन कर जब तक गाँव के लोग इक्कट्ठा हुए। तब तक वो लोग वहाँ से भागे। पत्रकार की किसी तरह जान बच सकी ।पत्रकार ने घर से 112 पर पर फोन किया और गाँव मे कुछ लोगो को फोन किया सब वहाँ पहुँच गये। 112 के सिपाही ने पीड़ित पत्रकार को रात में ही थाने में ले जाकर तहरीर दिलाई और जाँच कर कार्यवाही का भरोसा दिलाया। घटना 36 घंटे बाद पीड़ित पत्रकार की आंशिक एफ आई आर दर्ज की गई। लेकिन अवैध असलहा संबंधित धाराओं को पुलिस ने क्यों नहीं लिखा। यह एक बड़ा प्रश्न है। इसमें कहीं पुलिस की मिलीभगत तो नहीं है कि प्रधान को बचाने में अप्रत्यक्ष रूप से लगी हो।