अमेरिका ने बुधवार को चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच ताइवान को अपनी पहली हथियारों की बिक्री को मंजूरी दे दी, जो संभावित 750 मिलियन अमरीकी डालर का बड़ा सौदा बताया जा रहा है। अमेरिका -ताइवान के बीच इस हथियार डील से चीन को बड़ा झटका लगेगा। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया"हम अमेरिका द्वारा ताइवान को 750 मिलियन अमेरिकी डॉलर की प्रस्तावित हथियारों की बिक्री के लिए मंजूरी का स्वागत करते हैं। यह निर्णय #TaiwanRelationsAct और #SixAssurances के लिए अमेरिकी सरकार की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। यह देश को एक रॉक-सॉलिड सेल्फ-डिफेंस, और क्षेत्रीय शांति बनाए स्थिरता रखने में मदद करेगा ।"
अमेरिकी रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी ने एक बयान में कहा कि स्टेट डिपार्टमेंट ने अमेरिका में ताइपे के आर्थिक और सांस्कृतिक प्रतिनिधि कार्यालय (TECRO) को 155mm M109A6 पलाडिन मीडियम सेल्फ-प्रोपेल्ड हॉवित्जर सिस्टम और संबंधित उपकरणों जिनकी अनुमानित लागत 750 मिलियन अमरीकी डालर है, की संभावित विदेशी सैन्य बिक्री को मंजूरी देने का दृढ़ संकल्प किया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ गया है।
भारत-प्रशांत और कोरोनावायरस महामारी सहित विभिन्न कारणों से हाल के दिनों में चीन और अमेरिका के संबंध भी खराब हुए हैं। चीन ने ताइवान को बार-बार आक्रमण की धमकी दी है और स्वशासी द्वीप को डराने के लिए आक्रामक नीति अपनाई है। बता दें कि दशकों से चीन ने ताइवान पर अपने अधिकार का दावा किया है। हालांकि ताइवान को संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है लेकिन इसकी सरकार अमेरिका के साथ संबंध बनाए रखती है और चीनी अधिकार को स्वीकार नहीं करती है।