लखनऊ
मुख्तार अंसारी से अतीक अहमद तक कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीरो टॉलरेंस की रणनीति का असर धरातल पर भी दिख रहा है। पुलिस ने प्रदेश के बाद जिले स्तर पर भी डॉन बनने वाले 800 आपराधिक माफिया को चिह्नित किया है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है, ताकि जिले स्तर पर भी कानून व्यवस्था बनी रहे। पुलिस कुर्की से लेकर संपत्ति तक जब्त कर बदमाशों की कमर तोड़ रही है। ऐसे करीब ढाई अरब रुपये की अवैध संपत्ति को पुलिस ने जब्त किया है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को लेकर पहले ही अपनी प्रतिबद्धता जता दिया था कि अपराधियों के लिए प्रदेश में जगह नहीं है। वह जेल में रहेंगे या प्रदेश के बाहर। प्रदेश स्तर पर बड़े माफिया पर शिकंजा कसते हुए जिले स्तर पर भी बड़े और आदतन अपराधियों को आपराधिक माफिया के रूप में चिह्नित किया गया है।
8,000 से ज्यादा केस, 668 की गिरफ्तारी
पुलिस के विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जिले स्तर पर जुलाई तक करीब 800 आपराधिक माफिया को चिह्नित किया गया है और आठ हजार से ज्यादा मुकदमे दर्ज कर 668 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इतना ही नहीं, पुलिस ने मुठभेड़ में तीन आपराधिक माफिया को मार भी गिराया है। साथ ही 12 आरोपियों की कुर्की करते हुए 25 आरोपियों पर एनएसए लगाया है और 567 आरोपियों पर गैंगेस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
233 पर गुंडा ऐक्ट के तहत कार्रवाई
पुलिस ने जिले स्तर पर कानून व्यवस्था में रोड़ा बन रहे आदतन 233 आपराधिक माफिया पर गुंडा ऐक्ट के तहत कार्रवाई की है और 11 शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए गए हैं। इसके अलावा ऐसे 382 आपराधिक माफिया की हिस्ट्रीशीट भी खोली गई है और 274 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
इस लिस्ट में मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, बृजेश कुमार सिंह उर्फ अरुण कुमार सिंह, ओमप्रकाश उर्फ बब्लू श्रीवास्तव, मुनीर, खान मुबारक, अमित कसाना, आकाश जाट, उधम सिंह वगैरह शामिल हैं।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशान्त कुमार का कहना है कि कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए सूक्ष्म स्तर पर ही सख्त कार्रवाई की जा रही है, ताकि कानून का खौफ हर किसी में हो। अपराधियों के खिलाफ यह कार्रवाई अनवरत चलती रहेगी।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशान्त कुमार का कहना है कि कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए सूक्ष्म स्तर पर ही सख्त कार्रवाई की जा रही है, ताकि कानून का खौफ हर किसी में हो। अपराधियों के खिलाफ यह कार्रवाई अनवरत चलती रहेगी।