नई दिल्ली
पंजाब की राजनीति में काफी दिनों से उथल पुथल के बाद आखिरकार सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। कैप्टन तकरीबन साढ़े चार बजे राजभवन पहुंचे और वहां पर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने कहा कि बार-बार विधायकों की बैठकें बुलाई जा रही हैं मुझे लगता है कि आलाकमान को संदेह है कि मैं राज्य की सत्ता चला नहीं पा रही हूं इसी वजह से बार-बार विधायकों की बैठक बुलाई जाती है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि दो महीने में तीन बार अगर आपने विधायक दल की बैठक बुलाई तो मुझे लगा कि मैं सरकार नहीं चला पा रहा हूंगा तभी तो बार-बार इस वीटिंग को बुलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य की राजनीति का रास्ता खुला हुआ है। मेरे साथ जो लोग जुड़े हुए हैं उनसे बातचीत करूंगा उनसे सलाह मशविरा करूंगा उसके बाद आपको आगे के रास्ते के बाद बताऊंगा। अभी मैं कांग्रेस में हूं और मैंने कांग्रेस में रहते हुए सीएम पद से इस्तीफा दिया है।
उन्होंने कहा कि आज सुबह ही मैंने सोच लिया था मैं इस्तीफा दूंगा और मैंने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी बता दिया था कि मैं इस्तीफा दूंगा। उन्होंने कहा कि पार्टी को मुझपर भरोसा नहीं रहा अब सोनिया गांधी जिसे चाहें उसे सीएम बनाएं। कैप्टन ने कहा कि मैं अपमानित महसूस कर रहा था। मेरे सामने बिना मुझको बताए विधायक दल की बैठक बुलाई जाती है ये एक सीएम का अपमान है।