नई दिल्ली।
बायोटेक्नोलॉजी कंपनी भारत बायोटेक ने अपने नाक के जरिए दिए जाने वाली कोविड वैक्सीन की बूस्टर खुराक के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए डीजीसीआई (भारत के औषधि महानियंत्रक) के पास आवेदन किया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने अपने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी शेयर की है। यह बूस्टर खुराक उन लोगों को दी जा सकेगी जिन्होंने कोवाक्सिन या कोविशील्ड टीका लगवाया है।
भारत बायोटेक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने बीते 10 नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित एक प्रोग्राम के दौरान नाक के जरिए दिए जाने वाले टीके के महत्व पर जोर दिया था। उन्होंने बूस्टर डोज के संबंध में कहा था कि कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक के छह महीने बाद ही तीसरी खुराक दी जानी चाहिए, यही सबसे उचित समय है।
बता दें कि, देश में इस वक्त कोरोना महमारी के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा मंडरा रहा है। देश में यह अब तक 12 राज्यों में अपना पैर पसार चुका है। महाराष्ट्र में ओमीक्रटन के सबसे ज्यादा केस सामने आ रहे हैं। एक्सपर्ट का मानना है कि संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं और अगले साल फरवरी तक देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर आ सकती है। वहीं, कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो नाक से दिए जाने वाले टीका ओमिक्रॉन वैरिएंट से सुरक्षा दे सकता है।