नई दिल्ली।
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां से मिली करीब 200 करोड़ की नकदी और 23 किलो सोना को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा की जा रही टीका टिप्पणी को लेकर उनकी कड़ी आलोचना करते हुये शुक्रवार को कहा कि यह राशि भारतीय जनता पार्टी की नहीं है।
सीतारमण ने कहा कि गलत या सही जगह पर छापेमारी की बात नहीं है। जहां छापेमारी की गयी वहां से अधिकारी खाली हाथ नहीं लौटे हैं। ऐसे में यदि यादव को कोई तकलीफ हो रही है तो इसका क्या अर्थ निकाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब भी कोई कानून क्रियान्वयन एजेंसी छापेमारी करती है जो पुख्ता संकेत और साक्ष्य के आधार पर कारर्वाई करती है। आज जो आयकर विभाग की कारर्वाई हो रही उसके बारे में अभी विस्तृत जानकारी नहीं है और यह कारर्वाई भी पुख्ता सबूतों के आधार पर ही की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां जीएसटी सतकर्ता निदेशालय ने अहमदाबाद से मिली सूचना के आधार पर काईवाई की थी। पहले पीयूष जैन को समाजवादी पार्टी मुखिया का करीबी बताया जा रहा था लेकिन श्री यादव ने इसका विरोध करते हुये टीका टिप्पणी करनी शुरू कर दी और पीयूष जैन के यहां मिली नकदी और सोने को लेकर सवाल उठाने लगे।