नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोगों से कनेक्ट करना आता है। यह बात उनके विरोधी भी स्वीकार करते हैं। हाल ही में उनकी इस खूबी की एक और बानगी सामने आई। 2016 सर्जिकल स्ट्राइक के समय उत्तरी कमान के कमांडर रहे लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) दीपेंदर सिंह हुड्डा की बहन सुषमा को कैंसर है। सुषमा ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर उनसे एक नई दवा को भारत में मंजूरी देने की मांग की थी। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से हुड्डा को फोन आया और उन्होंने मदद का भरोसा दिया। पूर्व सैन्य अधिकारी ने पीएम मोदी के पर्सनल टच के लिए उनका धन्यवाद किया। सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के मानवीय कदम की तारीफ हो रही है।
कई लोगों की जान बचा सकता है ये फैसला
सुषमा हुड्डा ने PMO को भेजे ईमेल में कहा कि वे टर्मिनल कैंसर से पीड़ित हैं और आर्मी हॉस्पिटल में इलाज करा रही हैं। उन्होंने लिखा कि अमेरिका ने अप्रैल 2021 में कैंसर की नई दवा Sacituzumab Govitecan को मंजूरी दी। यूरोपियन एजेंसी से भी इसे मंजूरी मिल चुकी है मगर भारत में नहीं। सुषमा ने पीएम से दखल देकर दवा को जल्द मंजूर दिलाने की मांग की ताकि कैंसर से पीड़ित कई लोगों को बचाया जा सके। सुषमा ने 18 दिसंबर को एक ट्वीट में PM को अपनी चिट्ठी की जानकारी दी।
फौरन आ गया पीएम मोदी का कॉल
शनिवार शाम ले. जनरल (रिटा.) डीएस हुड्डा ने ट्वीट कर बताया कि उनके पास प्रधानमंत्री का मोदी आया था। ट्वीट के कुछ देर बाद ही PMO से फोन आ गया। हुड्डा ने कहा कि पीएम ने उनकी बहन के केस पर चिंता जताई। हुड्डा ने कहा कि वह पीएम का कॉल आने पर गर्व महसूस कर रहे हैं। रिटायर्ड जनरल के ट्वीट पर लोगों ने भी पीएम की तारीफ की। एक यूजर ने कहा कि 'अब पता चला बीजेपी चुनाव में ईवीएम कैसे हैक करती है।' वहीं एक अन्य शख्स ने कहा कि 'भारत में कैंसर की दवाओं की कीमत का मुद्दा भी उठाना चाहिए। 99% मरीज इलाज का खर्च नहीं उठा पाते।'