नई दिल्ली।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच जहां दोनों देशों को भारी जान-माल का नुकसान झेलना पड़ रहा है वहीं यूक्रेन में मेडिकल की शिक्षा प्राप्त करने गए छात्रों का भी करियर दाव पर लग गया है। एक तरफ जहां मोदी सरकार आप्रेशन गंगा के तहत भारतीय छात्रों की वतन वापसी करवा रही है वहीं दूसरी तरफ भारत आए छात्रों को अब अपनी अधूरी रह गई शिक्षा का डर सता रहा है। लेकिन इन सब के बीच भारत सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है।
दरअसल, केंद्र सरकार ने फैसला किया है कि देश के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज जितनी ही फीस लगेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
सोमवार को जनऔषधि दिवस पर अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले ही सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है जिसका बड़ा लाभ गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों को मिलेगा। हमने तय किया है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस लगेगी।