हरिकेश यादव -संवाददाता (इंडेविन टाइम्स)
अमेठी।
नेयुके अमेठी कार्यलय पर शहीद दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा शहीदों के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। समाजशास्त्री डॉ धनन्जय सिंह ने कहा कि भगत सिंह स्वतंत्रता को मानव अधिकार मानते थे। वे अपनी जेल यात्रा के दौरान अपने लेखों में लिखा कि अंग्रेजों के अलावा कई भारतीय पूंजीपति का विरोध किया जिसे वे देश का शत्रु मानते थे । उनका मानना था कि मजदूरों का शोषण करने वाला हर व्यक्ति उनका शत्रु है, वह चाहे कोई भारतीय हो या विदेशी। डॉ अर्जुन पांडेय ने कहा कि जब तक थरा रहेगी, इन लोगों का नाम अमर रहेगा। हमें इनके पदचिन्हों पर चलने की जरूरत है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आराधना राज ने कहा कि युवाओं को इन महान शहीदों के विचारों को अपने जीवन में उतारने की जरूरत है। उस समय भगत सिंह के कोड़े खाते हुए चित्र समाचार पत्रों में प्रकाशित किए गए ताकि कोई युवा भगत सिंह बनने के बारे में न सोचे। डॉ संतोष कुमार सिंह ने कहा कि भगत सिंह सर्व समाज के पक्षधर थे।इनका बलिदान ने कई लोगों को स्वतंत्रता संघर्ष में लड़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए अभिजीत त्रिपाठी ने भगत सिंह के जीवन एवं व्यक्तित्व पर विस्तृत प्रकाश डाला। शहीद दिवस कार्यक्रम में विकास शुक्ला, रोशनी, कृष्ण कुमार मिश्रा,शिवम् मिश्रा, उपेन्द्र शुक्ला, अंतिमा, शिवशंकर यादव, प्रशासनिक सहायक राम अवतार आदि लोग उपस्थित रहे।