नई दिल्ली।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज संसद में एक बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान सोनिया गांधी ने सीपीपी की बैठक में कहा कि कांग्रेस के लिए आगे की राह पहले से कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण है, हमारी, लचीलेपन की भावना की कड़ी परीक्षा है। कांग्रेस का कायाकल्प होना न केवल हमारे लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारे लोकतंत्र और समाज के लिए भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि संगठन में हर स्तर पर एकता सबसे अहम है, इसे सुनिश्चित करने के लिए जो कुछ भी आवश्यक है, मैं उसे करने के लिए दृढ़ संकल्पित हूं।
उन्होंने कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में ‘‘ध्रुवीकरण के एजेंडे'' को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति की हालिया बैठक का उल्लेख करते हुए कहा कि वह इससे अवगत हैं कि पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनावों में हार से नेता कितने निराश हैं।
उन्होंने चिंतन शिविर आयोजित करने की जरूरत पर भी जोर दिया। सोनिया गांधी ने कहा कि आगे रास्ता और भी चुनौतीपूर्ण है। हमारे समर्पण, लचीलेपन और प्रतिबद्धता की परीक्षा है। हमारे व्यापक संगठन के हर स्तर पर एकजुटता जरूरी है। इसे सुनिश्चित करने के लिए जो भी जरूरी होगा, वह करने के लिए मैं प्रतिबद्ध हूं। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारा फिर से मजबूत होना सिर्फ हमारे लिए ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह हमारे लोकतंत्र और समाज के लिए भी जरूरी है।