इंडेविन न्यूज नेटवर्क/ इंडेविन टाइम्स - सुल्तानपुर
- जिला अस्पताल में हृदय रोग व तंत्रिका रोग के विशेषज्ञ ही नहीं
- गंभीर बीमारी का सामान्य फिज़ीशियन से इलाज कराने को मज़बूर गरीब मरीज़
- जांच कराने से लेकर रिपोर्ट मिलने व चिकित्सक को दिखाने में लगता है 4 से 5 दिन का वक्त
- लचर डिजिटल एक्सरे सुविधा
- एक ही रेडियोलाजिस्ट,अल्ट्रासाउंड सेंटर आए दिन रहता है बंद
सुल्तानपुर के जिला अस्पताल में हृदय रोग व तंत्रिका रोग विशेषज्ञ न होने के कारण लोग सामान्य फिज़ीशियन से इलाज कराने में मज़बूर हैं। विशेषज्ञों के न होने के कारण सामान्य फिजीशियन ही गंभीर रोगों के मरीजों की जांच और दवाएं लिख इलाज करते हैं। इसके चलते गंभीर रोग से पीड़ित गरीबों को प्राइवेट चिकित्सकों से महंगा इलाज कराने को विवश होना पड़ा रहा है । जिला अस्पताल के फिजीशियन डा.मनीष यादव ने बताया कि उनके द्वारा प्रतिदिन करीब सवा सौ मरीज ओपीडी में देखे जाते हैं। इसमें करीब 20 से 25 फीसदी मरीजों में हृदय संबंधी समस्याएं पाई जा रही हैं। तंत्रिका रोग के मरीजों का भी सामान्य उपचार किया जाता है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. सुरेश चंद्र कौशल ने बताया कि प्रदेश स्तर पर चिकित्सकों को भर्ती किए जाने की प्रक्रिया चल रही है, उम्मीद है कि इस बार जिला अस्पताल में ह्रदय तथा तंत्रिका विशेषज्ञों की भर्ती हो जायेगी। वहीं दूसरी तरफ जिला अस्पताल में डिजिटल एक्सरे की सुविधा के बावजूद ज्यादातर लोगों को फायदा नहीं मिल पा रहा है। सुबह से मरीजों की लंबी लाइन लग जाती है, भीड़ इस कदर हो जाती है कि हर दिन कई मरीजों को बिना एक्सरे कराए ही वापस लौटना पड़ता है। जांच कराने से लेकर रिपोर्ट मिलने व चिकित्सक को दिखाने तक चार से पांच दिन का वक्त लग जाता है। ऐसे में मरीज की स्थिति और खराब हो जाती है। यही हाल यहां के रेडियोलोजी सेंटर का भी है, एक ही रेडियोलाजिस्ट होने की वजह से अल्ट्रासाउंड सेंटर भी आए दिन बंद रहता है।