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भाजपा ने काला दिवस के रूप में याद किया आपातकाल, सम्मानित किये गये लोकतंत्र सेनानी

अर्चना नारायण- संवाददाता 

इंडेविन न्यूज़ नेटवर्क

सुल्तानपुर। 

25-26 जून 1975 की रात्रि को लागू किये गये आपात काल की 47 वीं वर्षगांठ को भारतीय जनता पार्टी एवं भाजपा युवा मोर्चा ने शुक्रवार को संयुक्त रूप से काला दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान पयागीपुर स्थित पार्टी कार्यालय पर 21 महीनों तक क्रूर यातना सहकर लोकतंत्र की रक्षा करने वाले 1 दर्जन से अधिक लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया गया। डॉ हृदयराम यादव लोकतंत्र सेनानी की अध्यक्षता में इमरजेंसी पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सांसद व पार्टी के प्रदेश महामंत्री सुब्रत पाठक ने कहा 25 जून भारतीय लोकतंत्र और राजनीति का सबसे दु:खद व काला दिन था। उन्होंने कहा 1975 में आज ही के दिन कांग्रेस ने सत्ता के अंहकार में देश पर आपातकाल थोपकर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की हत्या की थी। लाखों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,जनसंघ एवं विपक्षी नेता व कार्यकर्ताओं को जेल में ठूसकर यातनाएं दी गई थी।नागरिकों के मौलिक अधिकार छीनकर संसद व न्यायालय को मूकदर्शक बना दिया गया। उन्होंने कहा हमारी नई पीढ़ी को भी आपातकाल के काले अध्याय के बारे में जानना जरूरी है।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में गौरीगंज के पूर्व विधायक तेजभान सिंह ने संबोधित करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में मेरे नेतृत्व में सत्याग्रहियों की सबसे बड़ी भीड़ ने आपातकाल के खिलाफ आंदोलन किया था।उन्होंने कहा तानाशाही और दमन का वो मंजर जो देश ने उस समय देखा वो कभी नहीं देखा था।अतिथियों का स्वागत भाषण भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ आर.ए. वर्मा ने दिया। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द होना आपातकाल का कारण बना था।कार्यक्रम के अध्यक्ष लोकतंत्र सेनानी डा.हृदय राम यादव ने कहा 25 जून 1975, भारत के इतिहास का वह काला दिन, जिसे कोई भी याद नहीं करना चाहेगा।गोष्ठी को पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ एमपी सिंह,पूर्व जिलाध्यक्ष करूणा शंकर द्विवेदी, लोकतंत्र सेनानी डॉ.अनंत प्रकाश पांडे ने भी संबोधित किया।वक्ताओं ने कहा 12 जून 1975 को राजनारायन बनाम इन्दिरा मुकदमें में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अभूतपूर्व फैसले के बाद अपनी सत्ता को बचाने के लिए तानाशाही ढंग से इन्दिरा गांधी ने 25 जून 1975 को आपातकाल घोषित किया। पार्टी प्रवक्ता विजय सिंह रघुवंशी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य अतिथि सुब्रत पाठक, पूर्व मंत्री व शहर विधायक विनोद सिंह,लंभुआ विधायक सीताराम वर्मा, सदर विधायक राज प्रसाद उपाध्याय, इसौली प्रत्याशी रहे ओम प्रकाश पांडे बजरंगी आदि। 

भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह एवं युवा मोर्चा के कार्यक्रम संयोजक शौर्य बर्धन सिंह आदि के संयोजन में लोकतंत्र सेनानी एवं पूर्व विधायक व लोकतंत्र सेनानी रामचन्द्र चौधरी, रामकृपाल यादव,वीरेंद्र बहादुर सिंह,गंगा प्रसाद यादव,भइयाराम मौर्या,राजाराम ,रामलखन विश्वकर्मा,रामकरन गिरी, काशीराम यादव, पुट्टीलाल तिवारी एवं वीरेंद्र प्रताप सिंह सहित 1 दर्जन से अधिक लोकतंत्र सेनानियों को स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र व पुस्तक देकर सम्मानित किया। इस दौरान मुख्य अतिथि ने माटी कला बोर्ड के सदस्य मगरू प्रजापति को भी सम्मानित किया। भाजपा के कार्यक्रम संयोजक आलोक आर्या ने प्रस्तावना रखी। संचालन जिला मंत्री प्रदीप शुक्ला ने किया। इस मौके पर काशी क्षेत्र महामंत्री सुशील त्रिपाठी। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि युवा मोर्चा के क्षेत्रीय मंत्री पवन पाल, पूर्व विधायक अर्जुन सिंह,पूर्व मंत्री ओम प्रकाश पांडे,पूर्व जिलाध्यक्ष गिरीश नारायण सिंह,डॉ. सीताशरण त्रिपाठी, महिला आयोग सदस्य सुमन सिंह, सहकारी बैंक अध्यक्ष विजय मिश्रा,पालिकाध्यक्ष बबिता जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिव कुमार सिंह,विजय सिंह रघुवंशी,घनश्याम चौहान विजय त्रिपाठी, संदीप सिंह, सुनील वर्मा, दिनेश श्रीवास्तव,विवेक सिंह विपिन, आशीष सिंह रानू,अरुण द्विवेदी, इन्द्रदेव मिश्रा,अवध कुमार सिंह, गांधी सिंह,अरुण सिंह, एलके दुबे, मनोज श्रीवास्तव, राम अभिलाख सिंह, उपमा शर्मा,डॉ हीरालाल मिश्रा,कोकिला तिवारी, गोविंद तिवारी टाडा, कृष्ण कुमार सिंह , महावीर श्रीवास्तव, सुनील सोनी, काली सहाय पाठक, मोहित तिवारी, ऋषभ वर्मा आदि मौजूद रहे। 

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