० पर्यावरण संरक्षण की उड़ रही धज्जियां
० ठेकेदार और पुलिस की मिलीभगत से हो रही हरे फलदार वृक्षों की कटान
० मूकदर्शक बनी वन विभाग के कर्मचारी
संवाददाता-इंडेविन टाइम्स
अमेठी।
प्रदेश सरकार द्वारा भी पर्यावरण दिवस मनाने के 2 दिन बाद ही हरे पेड़ों की कटान क्षेत्र में जोरों से चल रही है। जिसमें वन विभाग व ठेकेदारों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया सकता। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी मौन साधे हुए हैं।
मामला अमेठी कोतवाली क्षेत्र के कटरा फूल कुंवर गांव का है। जहां पर सड़क के किनारे स्थित हरे जामुन के फलदार वृक्ष पर पिछले 2 दिनों से आरा चल रहा है। अवैध हरे पेड़ों की कटान की शिकायत ग्रामीणों ने डीएफओ व वनरक्षक अधिकारियों को दी । लेकिन अवैध कटान को रोकने के लिए कोई भी विभागीय कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। पर्यावरण संरक्षण के नाम पर पर्यावरण का विनाश ठेकेदारों द्वारा जारी है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि ठेकेदारों द्वारा कटाई के नाम पर एकमुश्त धनराशि पुलिस को दे दी जाती है । जिसके कारण अवैध कटान जारी रहती है । आखिरकार इन अवैध कटान को रोकने के लिए कौन जिम्मेदार है । क्या वन विभाग इनके ऊपर जांच करके मुकदमा पंजीकृत करेगा अथवा मामले को रफा-दफा करने में ही अपनी भलाई समझेगा। अवैध कटान की सूचना गांव के पूर्व प्रधान चंद्रपाल यादव ने डीएफओ अमेठी को दी । लेकिन उनका आरोप है कि अभी तक कोई भी कार्यवाही वन विभाग द्वारा नहीं की गई है ।इस बारे में जब डी एफ ओ अमेठी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल फोन संपर्क के बाहर बताता रहा।