हरिकेश यादव - संवाददाता (इंडेविन टाइम्स)
अमेठी।
जनपद के कई ग्राम पंचायतों में चकबंदी की प्रक्रिया चल रही है। और चकबंदी विभाग के कर्मचारी इस कदर भ्रष्टाचार में लिप्त है कि आए दिन उसके कारनामे देखने को मिलते रहते हैं lपैसा लेकर किसी के खाते को उठा कर हेलीकॉप्टर की तरह किसी और के खाते पर बिठा देते हैं।वह न्याय संगत है या नहीं उनसे कोई मतलब नहीं होता है, जिसकारण जनता परेशान होती हैं, और गांव में आपसी तनाव पैदा होता है।जिसमें ताजा मामला परगना अमेठी तहसील गौरीगंज के गांव बसायकपुर का है। पीड़ित ललित कुमार ने मुख्यमंत्री और चकबंदी आयुक्त से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित द्वारा चकबंदी अधिकारी सीओ पर पैसा लेकर उसकी छः विस्वा ज़मीन को तीन खण्डों में विभाजित करने का आरोप मीडिया के सामने लगाया। और कहा कि मेरे पास खेती के लिए सिर्फ ग्यारह विसवा ज़मीन जिससे मेरे परिवार का पालन-पोषण होता है, यदि मेरी छः विस्वा की चक तीन खण्डों में विभाजित हो जाएगी तो उसमें खेती करना मुश्किल हो जाएगा ट्रेक्टर भी उसमे नहीं चल पाएगा । और मेरा परिवार भुखमरी के कगार पर आ जाएगा। पिडित ने कहा कि यदि न्याय नहीं मिला तो परिवार के साथ धरने पर बैठूंगा।