सुल्तानपुर। जिले के कादीपुर के विधायक का ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें विधायक पुलिस को थाने में आ कर लात, जूतों से मारने की धमकी दे रहे हैं। सूबे के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस रिफॉर्म की बात करते हैं, वहीं उनके विधायक पुलिस को अभद्रता के साथ मारने की धमकी देते सुने जा रहे हैं। ऐसे विधायक मुख्यमंत्री योगी की पुलिस रिफॉर्म की बात को झूठा साबित कर रहे हैं। अगर योगी के ऐसे विधायक अपने पद की शक्ति का दुरुपयोग कर पुलिस को धमकाने का का काम करेंगे तो पुलिस रिफार्म की बात छोडो, पुलिस अपना काम सही ढंग से कर भी पाएगी? इस पर भी प्रश्नचिन्ह है।
गौरतलब है आज कादीपुर कोतवाली में सत्ताधारी विधायक राजेश गौतम एसएसआई कादीपुर संजय प्रसाद पर भड़क गए। सूत्रों के अनुसार विधायक मानक के विपरीत चरित्र प्रमाण पत्र बनाने के लिए दवाब बना रहे थे (मामला- एसएसआई कादीपुर संजय प्रसाद से दूरभाष पर बात करने से पता चला कि 'योगेंद्र प्रताप सिंह पिता स्वर्गीय गया प्रताप सिंह के ऊपर सन 1990 में कई संगीन धाराओं में मु0अ0स0 348/90 धारा 147, 148, 149 ,307, 323, 324, 302 में मुकदमा दर्ज है। उनके ऊपर भाजपा के विधायक राजेश गौतम पूर्णतयः मेहरबान हैं। विधायक जी, योगेंद्र प्रताप सिंह को आपराधिक पृष्ठभूमि के बावजूद भी मानक के विपरीत ठेकेदारी के लाइसेंस के लिए चरित्र प्रमाण पत्र दिलाना चाह रहे हैं।), जिसके कारण एसएसआई द्वारा चरित्र प्रमाण पत्र बनाने से मना कर दिया। इस बात पर विधायक गुस्से में आकर एसएसआई संजय प्रसाद को लात जूतों से मारने की बात कही और भद्दी भद्दी गालियां देने लगे, साथ ही एसएसआई पर मानसिक दबाव बनाने के लिए घूस लेने का आरोप भी लगाया। अब देखना यह होगा कि अपमानजनक टिप्पणी पर क्या पुलिस एफआईआर दर्ज करेगी या सत्ताधारी विधायक होने की वजह से इस मैटर को यही दबा दिया जायेगा। कादीपुर कोतवाल उमेश्वर यादव ने इस मामले में कहा कि वह जांच पड़ताल के बाद ही कुछ कहने की स्थिति में होंगे।