नई दिल्ली।
जनसंख्या नियंत्रण पर गरमा गरम चर्चाओं के बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है योग्यतम की उत्तरजीविता का नियम उन जानवरों पर लागू होता है, जो खाते है पीते और आबादी बढ़ाते हैं। जब मानव की बात आती है तो योग्यतम व्यक्ति वह है जो सबसे कमजोर को जीवित रहने में मदद करता है।भागवत ने बुधवार देर रात जनसंख्या विस्फोट का जिक्र किए बिना कहा,सिर्फ खाना, पीना और आबादी बढ़ाना यह काम तो जानवर भी करते हैं, है ना? जो मजबूत है वह बच जाएगा। यह जंगल का कानून है। योग्यतम की उत्तरजीविता। यह सच्चाई है।'' हालांकि, उन्होंने कहा कि यह नियम जानवरों के लिए लागू है, मनुष्यों के लिए नहीं।