मुकेश कुमार - इंडेविन टाइम्स
माल- लखनऊ।
लखनऊ राजधानी में रहीमाबाद थाना बनने से लोगों में खुशहाली तो है पर वही कुछ ग्राम पंचायतों को माल थाने से हटाकर रहीमाबाद थाने में कर दिया गया है. जिससे क्षेत्र की जनता बहुत ही व्याकुल हो रही है क्योंकि जो ग्राम पंचायते माल थाना क्षेत्र में थी उन्हें माल थाना से बहुत ही सुविधाजनक थी। जबकि इन पंचायतों की दूरी माल थाना क्षेत्र से लगभग 6 से 7 किलोमीटर है और देखा जाए तो रहीमाबाद थाना की दूरी लगभग 19 से 20 किलोमीटर है। जबकि रहीमाबाद थाने से अगर कोई पुलिस की टीम आती है तो लगभग 1 घंटे का टाइम लगेगा और अगर रास्ते में रहीमाबाद रेलवे क्रॉसिंग बंद हुआ तो एक से 2 घंटे लग सकते हैं। जिससे क्षेत्र में कोई अप्रिय घटना हो जाए तो किसी हालत में पुलिस समय पर नहीं पहुंच सकती। वही थाना माल की बात की जाए तो इन पंचायतों से लगभग 6 से 7 किलोमीटर की दूरी पर है और यहां से आने पर लगभग 10 से 15 मिनट में पुलिस की टीम तत्काल आ जाती है। जबकि इन पंचायतों का ब्लॉक माल तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी माल है। आंगनबाड़ी कार्यालय भी माल है और माल में बड़ा बाजार भी है माल रोड पर पेट्रोलियम की सुविधा उपलब्ध है। यह सभी पंचायतें हरदोई बॉर्डर पर है। जबकि आए दिन हरदोई बॉर्डर पर चोरी डकैती की आशंका रहती है, जिससे माल पुलिस स्टेशन की दूरी कम से कम होने के कारण तत्काल पुलिस की सहायता मिल जाती है। जबकि रहीमाबाद जाने पर ऐसी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। क्षेत्र की जनमानस को देखते हुए व मानव कल्याण को देखते हुए इन पंचायतों को माल में ही रहने दिया जाए। ऐसा क्षेत्र के जनमानस एवं सम्मानित व्यक्ति एवं जनता द्वारा चुने हुए सदस्य जिला पंचायत व ग्राम पंचायत प्रधान तथा क्षेत्र के क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा ग्राम के ग्राम पंचायत सदस्य आदि जनमानस द्वारा सैकड़ों प्रार्थना पत्र व आइजीआरएस माननीय उत्तर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री जी तथा तमाम प्रशासन के अधिकारियों को क्षेत्र की जनता द्वारा भेजा जा चुका है।