लखनऊ।
उत्तर प्रदेश में लगातार भारी बारिश के बाद कई जिलों में बाढ़ का संकट मंडराया हुआ है, वहीं दूसरी तरफ तमाम हाइवे पर गड्ढे हो गए हैं। अब इस मुद्दे पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र और उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने कहा है कि यूपी में एक्सप्रेस वे के लगातार कई जगह धंसने और दरकने की खबरें आ रही हैं। लखनऊ और उन्नाव के बीच 50 किलोमीटर सड़क पर 982 गड्ढे होने की चर्चा है। बदहाल सड़कों से जनजीवन त्रस्त है, जानलेवा दुर्घटनाएं हर जगह हो रही हैं। इसके बाद भी केंद्र और राज्य सरकारों की तरफ से यूपी में अमेरिका जैसी सड़क बनाने जैसा हसीन सपना दिखाया जा रहा है। जनता देख रही है।
मायावती ने ट्वीट किया है कि नए एक्सप्रेसवे के लगातार धंसने-दरकने, लखनऊ-उन्नाव की भी 50 किमी सड़क में 982 गड्ढे जैसी पश्चिमी यूपी व पूर्वांचल अर्थात् अधिकांश यहाँ यूपी में बदहाल सड़कें व उस कारण जनजीवन त्रस्त होने व जानलेवा दुर्घटनाओं आदि की खबरें सर्वत्र चर्चाओं में है, जो सरकारी दावों की पोल खोलता है। जबकि यहां यूपी में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनने के बाद से भी प्रदेश को गड्ढा-मुक्त करने के वादे व दावे हर मंत्री व नेताओं द्वारा लगभग हर रोज ही किए जाते हैं, लेकिन इनकेअन्य दावों की तरह ही सूबे को गड्ढा-मुक्त नहीं बना पाना लोगों को अब काफी विचलित कर रहा है। किन्तु इसके बावजूद भी इनके जले पर नमक छिड़कने के लिए केन्द्र व राज्य में दोनों सरकारें यूपी में अमेरिका जैसी सड़क बनाने जैसा हसीन सपना दिखाने में नहीं हिचक रही हैं। साथ ही, गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी व पिछड़ेपन आदि से त्रस्त व विकास की भूखी जनता चुप है कि आगे क्या होगा?
बता दें पिछले दिनों लखनऊ में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 81वें अधिवेशन में पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश की सड़कों को 2024 से पहले अमेरिका से भी बेहतर बनाना है। इसके लिए मोदी सरकार आने वाले दिनों में यूपी के लिए पांच लाख करोड़ रुपए स्वीकृत करने जा रही है। इस दौरान केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने उत्तर प्रदेश को 8 हजार करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं की सौगात भी दी।नितिन गडकरी ने कहा कि फिलहाल आज आज आठ हजार करोड़ रुपये की परियोजनाएं दी जा रही हैं। इसमें शाहाबाद-हरदोर्ह बाईपास, शाहजहांपुर से शाहाबाद बाईपास, मुरादाबाद-ठाकुरद्वारा- काशीपुर बाईपास, गाजीपुर-बलिया बाईपास के अलावा 13 आरओबी के लिए कुल 8 हजार करोड़ रुपये स्वीकृत किये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि ये तो केवल शुरुआत भर है, पूरी फिल्म अभी बाकी है। अच्छी सड़कों के निर्माण के लिए सरकार के पास पैसों की कोई कमी नहीं है।